अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:ग्रीन फील्ड रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी ने शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार हो रही राजनीति को लेकर ग्रीन फील्ड के जेएमडी ग्राउंड में शुक्रवार,शाम को स्थानीय निवासियों की आपात बैठक बुलाई गई, में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिसमें महिलाओं की अच्छी खासी तादाद थी। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया की,अब ग्रीन फील्ड कॉलोनी में सुरक्षा व्यवस्था नियुक्त की गई कमेटी ही करेगी। इस नई कमेटी में कुल 11 सदस्य हैं,जिसमें पांच महिलाएं और छह पुरुष को शामिल हैं। इन सदस्यों के नाम पारुल बाबा ,समीक्षा ,रेखा रस्तोगी, गुड्डी तनेजा, मीनू मिंकू, आलोक जैन , सुरेश बघेल, नमन भाटिया, महादेव पांडेय, मनोज कुमार व मदनपाल हैं। इसके अलावा रेजिडेंट्स की एक एडवाइजरी कमेटी व सभी गेट वाइज 60 रेजिडेंट्स की को-आर्डिनेशन कमेटी भी गठित कर दी गई है ,साथ ही तीनों ब्लॉक वाइज एकाउंट्स ऑडिट कमेटी भी गठित की गई। ये सभी सदस्य गण ग्रीन फील्ड कॉलोनी के निवासी हैं। सुरक्षा गार्ड से सम्बंधित सारे मामले अब गठित की गई कमेटी ही करेगी, जो ग्रीन फील्ड रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी की देखरेख में करेगी।
प्रधान वीरेंद्र भड़ाना ने शुक्रवार शाम को ग्रीन फील्ड के जेएमडी ग्राउंड में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रीन फील्ड का कुल फैलाव लगभग 437 एकड़ में हैं, कुल गेट्स 32 हैं, यहां पर लगभग 9000 से अधिक फ्लैट्स हैं, में लगभग 40000 लोग रहते हैं,इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल हैं। यहां के इस कॉलोनी में देश के अलग- अलग प्रदेशों के, सभी धर्म के लोग शामिल हैं। इन सभी लोगों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी यूआईसी यानी की कॉलोनाइजर की हैं,पर कॉलोनाइजर ने इस मामले को बिल्कुल अनदेखा किया हुआ हैं। इस कारण से इस कॉलोनी में बड़ी -बड़ी गाड़ियां बेलगाम दौड़ती हुई अक्सर दिखाई देती हैं। भड़ाना का कहना हैं कि दौड़ती हुई एक बेलगाम गाडी की चपेट में आने से बीते दिनों एक मासूम बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई थी।
इस दर्द को सिर्फ वही समझ सकता हैं, जिसने अपना बेटा खोया हो, या उसके अपने हो, इस हादसे ने उस माता -पिता को भी बिल्कुल हिला कर रख दिया था,जिनके बच्चे अभी बहुत छोटे -छोटे हैं, और रोजाना सड़क के रास्ते स्कूल जाते -आते हैं। या माता -पिता सड़कों पर खड़े रह कर स्कूल बस का इंतजार करते हैं। इसके अतिरिक्त छोटी -बड़ी घटनाएं और दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं।सुरक्षा का ये काम सिर्फ पुलिस विभाग की नहीं हैं,बल्कि हम सब की जिम्मेदारी हैं। इसलिए उन्होनें यहां की निवासियों की मांग पर सुपरवाइजर सहित कुल 22-23 सुरक्षा गार्ड विभिन्न गेटों पर लगाए हैं, निवासियों को गाडी के लिए स्टीकर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। और बाहरी गाड़ियों की गेट पर एंट्री की जा रही हैं। यहां के निवासीगण बहुत खुश हैं , इसके एवज में प्रति फ्लैट्स 150 रूपए लिए जा रहे हैं , और ग्रीन फील्ड के निवासी गण ख़ुशी -ख़ुशी दे रहे हैं। उनका कहना हैं कि अब कॉलोनी के कुछ लोगों ने उनके इस सफल प्रयास पर राजनीति करने लगे हैं, अनाप -शनाप आरोप लगा कर पुलिस में शिकायत करने लगे हैं। इसी लिए उन्होनें एक आपात और खास बैठक ग्रीन फील्ड की जेएमडी ग्राउंड में स्थानीय निवासियों की बुलाई गई थी। इसमें उनसे सिर्फ ये पूछा गया की क्या आप सभी को सुरक्षा के लिए लगाई सुरक्षा गार्ड की जरूरत हैं या नहीं, तो उपस्थित सभी लोगों ने एक साथ में अपने अपने हाथ खड़े करके हाँ में जवाब दिया। इसमें से सबसे ज्यादा संख्या में महिलाओं की थी। उनका कहना हैं कि इसी दौरान स्थानीय निवासियों की कमेटी बनाई गई हैं , इसमें पांच महिलाएं और 6 पुरुष शामिल हैं , अब गठित की गई कमेटी को ग्रीन फील्ड की सुरक्षा गार्डों की जिम्मेदारी विशेष रूप से सौंपी गई हैं। अब यहीं लोग सुरक्षा गार्ड से संबंधित सभी मामले को देखेंगे
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