अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: विरोध प्रदर्शनों की अग्रिम कड़ी में आज भी बिजली निगम की सभी बिजली दफ्तरों में हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्करज यूनियन की सर्कल फरीदाबाद कमेटी के आव्हान पर जोरदार प्रदर्शन किए गए। कर्मचारियों ने अपने निर्दोष कर्मचारी साथी जेई माजिद खान के साथ हुई उत्पीडनता की कार्रवाई में निगम द्वारा निलंबन के मामले को लेकर कर्मचारियों ने बहाली की माँग पर अड़ते हुए विरोध को जताया। जिसके विरोध स्वरूप लामबंद होकर बिजली कर्मियों ने निगम के तानाशाह अधीक्षण अभियंता फरीदाबाद,निगम मैनेजमेंट सहित एसडीओ सबअर्बन व कार्यकारी अभियंता ऑपरेशन बल्लभगढ़ के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद कर गगन भेदी नारे लगाए। फरीदाबाद बिजली निगम के चारों डिविजिन के जोनों में कर्मचारी नेताओं जिनमे सर्कल सचिव सन्तराम लाम्बा व केंद्रीय कमेटी के नेता सतीश छाबड़ी के नेतृत्व में प्रदर्शन किए।
जिसमे ओल्ड फरीदाबाद जोन में प्रधान लेखराज चौधरी, सचिव जयभगवान अन्तिल व एनआईटी की सब डिवीजनों में प्रधान विनोद शर्मा, सचिव बृजपाल तँवर व ग्रेटर फरीदाबाद की सब डिवीजनों में प्रधान सुनील चौहान, सचिव वीर सिंह रावत और बल्लभगढ़ की सब डिवीजनों में प्रधान कर्मवीर यादव, सचिव मदन गोपाल शर्मा ने सभी कर्मियों के साथ विरोध प्रदर्शन किए गए। कर्मचारी नेताओं ने निगम अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस महकमे में जो कर्मचारी अपने अधिकारियों को खुश करने में चापलूसी और उनकी मनमानी के उस हर एक तरीके से उनके ख्यालात को पूरा करता है ।
वही उनकी तरजीह के काबिल रहते हुए मनचाही सीट पर काम कर सकता हैं । और जो कुछ एक जेई माजिद खान जैसे ईमानदार छवि के कर्मचारी काम करने की कोशिश भी करते हैं तो उन्हें निगम मैनेजमेंट दवारा प्रताड़ना की इस प्रकार से निलंबन की निन्दनीय कार्रवाई को इनामी तौर पर दिया जाता है । जबकि कुछेक लुटेरे दोनों हाथों से इस महकमे को जमकर खोखला करने में लगे है ।
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आज भी निगम का एक काँड जो कि साल 2014 मीटर पिलर बॉक्स के नाम से करोड़ों रुपयों का झोलझाल घोटाला बहुचर्चित रहा । और जिसमे स्वयं मुख्यमंत्री हरियाणा ने आरोपितों पर त्वरित एफआईआर दर्ज के आदेश देते हुए इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने के आदेश दिए थे । लेकिन आज तक एक भी घोटालेबाज जेल नही गया । जबकि इस करोड़ों रुपयों के घोटाले में शामिल जेई और वही अधिकारी आज भी मलाईदार सीटों पर बैठ दोनों हाथों से यहीं फरीदाबाद की गरीब जनता की खून और पसीने की गाढ़ी कमाई को इच्छानुसार मलाईदार पोस्टों पर आज भी बैठ खूब बटोर रहे हैं । इन पर कार्रवाई की बात तो दूर जब एक माजिद जैसे जेई की कहीं बाहर से ट्रान्सफर होकर फरीदाबाद में पोस्टिंग होती है और जॉइन करते समय अधिकारियों को इसे एरिये का चार्ज देने की बात आती है तो उसे दो महीने तक चार्ज ना देकर उसे परेशान किया जाता है । जब ऐसे कर्मचारी इनके ऐसे ही काले कारनामों को निगम के ईमानदार उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाता है । तो उसे सिर्फ मिलता है निलंबन व प्रताड़ना की कार्रवाई और ट्रांसफर आदि जबकि असली घोटालेबाज दोषी खुले आम जनता को बखूबी आज भी उसी तरीके से लूटने में मनमाफिक खूब फल फूल रहे हैं ।