अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:बंधुआ मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्वामी अग्निवेश की लगभग 35-40 वर्षों की कोर्ट में लंबी लड़ाई लड़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फरीदाबाद नगर निगम ने लगभग साढ़े पांच एकड़ जमीनों पर, लगभग पांच करोड़ रूपए की लागत से 365 मकानें बनाई थी,यह सभी के सभी मकानें खानों में पत्थर तोड़ने वाले मजदूरों के लिए बनाई गई थी। बनाए गए कमरों में न तो बिजली की सुविधा है, नाही पानी की सुविधा है, नहीं शौचालय की सुविधा है, नाही सड़कें है। नाही यहां के निवासी गण के आधार कार्ड ठीक है, लगभग लोगों के आधार कार्ड में करेक्शन है, किसी के नाम में गड़बड़ है, किसी डीओबी में गड़बड़ है, कब्जाधारियों ने बचे हुए 100 कमरों पर कब्ज़ा करके,अवैध रूप से लाखों रूपए किराए के प्रतिमाह पिछले 11 सालों से वसुलते हुए आ रहे है। यह कहना बंधुआ मुक्ति मोर्चा के प्रधानों, और दयानंद कॉलोनी, ग्रीन फील्ड रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान किशोरी लाल का।
प्रधान किशोरी लाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फरीदाबाद नगर निगम ने ग्रीन फील्ड कॉलोनी के निकट लगभग साढ़े पांच एकड़ जमीनों पर कुल 365 मकानें बनाई थी, इनमें से कुल 267 मकानों को उन मजदूरों को अलॉट किए गए जो कभी पहाड़ों के ऊपर पत्थर तोड़ने का काम किया करते थे। आज भी करीब 98 मकान बचे हुए है। जो कब्जाधारियों ने कब्ज़ा करके किराए पर दिए हुए है,और प्रति माह लाखों रूपए बीते लगभग 11 सालों से वसूलते हुए आ रहे है। इस बारे में कई बार जिला प्रशासन से शिकायतें की गई पर अब तक कब्जाधारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। सवाल के जवाब उनका कहना है कि यहां के निवासियों से बिजली कनेक्शन लगवाने के नाम पर लगभग पौने 12 लाख रुपए लिए गए, और दो लाख रुपए वह अपनी जेब से मिला कर बिजली विभाग में लगभग पौने 14 लाख रूपए जमा कराए गए थे,और कुल 67 बिजली के कनेक्शन लिए भी गए है। अब जो बिजली कनेक्शन की समस्या है, जो जुनून लोग है उनके आधार कार्ड में गड़बड़ है, इसमें किसी के नाम में गड़बड़ है, किसी के एड्रेस में गड़बड़ है, किसी के डेट ऑफ़ बर्थ में गड़बड़ है। ऐसे में ऑनलाइन बिजली के कनेक्शन लेना इन गरीब मजदूरों के लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल है, और दिक्कत हो रही है। यहां जो लोग है मजदूर और गरीब लोग है। ऐसे में बिजली कनेक्शन लेना बहुत ही मुश्किल हो रहा है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments