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शिक्षा मंत्री आतिशी ने ईडब्ल्यूएस के तहत आवंटित प्राइवेट स्कूलों में दाख़िले की प्रक्रिया को सुगम बनाने के आदेश दिए

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में एंट्री क्लासों में होने वाले ईडब्ल्यूएस एडमिशन में पैरेंट्स को होने वाली संभावित दिक्कतों को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है।  इस साल सरकार ने पूरे दाखिला प्रक्रिया को सख़्ती से मॉनिटर करने की योजना बनाई है ताकि पेरेंट्स को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इस बाबत शिक्षा मंत्री आतिशी ने शिक्षा विभाग के अधिकारीयों के साथ अहम बैठक की। अधिकारीयों को निर्देश दिए कि इस सत्र के लिए होने वाले ईडब्ल्यूएस दाखिले सुगम तरीके से हो और प्राइवेट स्कूल अपनी मनमानी न करे।  

बता दे कि इस शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए  शिक्षा विभाग और एमसीडी से मान्यता प्राप्त 2001 प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा (एंट्री लेवल एडमिशन) के लिए ईडब्ल्यूएस कोटे के आवेदन आमंत्रित किए गए थे।  जिसमें 37,187 सीटों के लिए  2,09,753 आवेदन प्राप्त हुए।  शिक्षा विभाग द्वारा कंप्यूटराइज़्ड ड्रा के माध्यम से इन सीटों के लिए अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।  ड्रा के पश्चात चयनित अभ्यर्थियों को उनके द्वारा चुने गए स्कूल आवंटित किया जाता है| पेरेंट्स इन स्कूलों में जाकर दस्तावेज सत्यापन करवाते है जिसके बाद बच्चों का स्कूल में दाखिला लिया जाता है।  कई बार ऐसा देखने को मिला की कुछ स्कूलों में पेरेंट्स ड्रा में नाम आने के बाद अपने बच्चों के दाखिले के लिए उस स्कूल में जाते है तो उन्हें परेशान किया जाता है और कई मौक़ों पर दाखिला देने से मना कर दिया जाता है। इस शैक्षिणक सत्र में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को एक चार सूत्रीय एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए है ताकि पूरी एडमिशन प्रक्रिया में पेरेंट्स को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।  

*दाखिला प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए क्या है शिक्षा विभाग का 4 सूत्रीय एक्शन प्लान

-प्राइवेट स्कूलों में ईडब्ल्यूएस कोटे के दाखिले व्यवधान रहित हो इसके लिए शिक्षा विभाग डीसीपीसीआर के साथ एक संयुक्त कमिटी बनाएगी जो पूरे एडमिशन प्रक्रिया पर नजर बनाए रखेगी।    

-हर जिले में एक नोडल ऑफिसर नियुक्त किया जाएगा जो दाखिले के दौरान अपने जिले के स्कूलों पर नजर बनाए रखेगा।  पेरेंट्स किसी भी समस्या के समाधान के लिए नोडल ऑफिसर से संपर्क कार सकेंगे। ये नोडल ऑफिसर अपने जिले में दाखिले से संबंधित रिपोर्ट साप्ताहिक रूप से शिक्षा निदेशालय के द्वारा शिक्षा मंत्री को सौंपेंगे।  पूरी प्रक्रिया को शिक्षा मंत्री स्वयं मॉनिटर करेंगी।  

-दाखिले से संबंधित अपडेट व जानकारी देने के लिए पेरेंट्स को शिक्षा विभाग द्वारा नियमित एसएमएस भेजे जायेंगे। 

-दाखिले की प्रक्रिया में नजर बनाए रखने और दाखिले न होने की स्थिति में स्कूलों पर होगी कार्यवाही।

साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि ईडब्ल्यूएस दाखिलों को लेकर जिन स्कूलों से शिकायतें आ रही है वहां वे स्वयं जाकर शिकायत का निवारण करें। साथ ही यदि कोई भी स्कूल सीट आवंटन के बाद भी एडमिशन देने से मन करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि ईडब्ल्यूएस दाखिलों के लिए दिल्ली सरकार ने पारदर्शी चयन प्रक्रिया अपना रखी है। यदि इस प्रक्रिया से चयनित बच्चों को दाखिला देने में स्कूल किसी भी प्रकार की आनाकानी करते है तो वो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने इस साल ईडब्ल्यूएस दाखिले में व्यवधान उत्पन्न करने वाले स्कूलों पर नकेल कसने की भी पूरी तैयारी कर ली है।  आज की बैठक में विभाग ने इसको लेकर अपना ब्लूप्रिंट भी शिक्षा मंत्री के साथ साझा किया।  जिसमें शिक्षा विभाग ने उन स्कूलों को चिन्हित किया है जहाँ से पिछले साल दाखिले के दौरान पेरेंट्स से शिकायतें मिली थी।  शिक्षा विभाग उन स्कूलों पर खास नजर बनाए हुए है। 

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