अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
इंटरनेट के जरिए होने वाले अपराध में दिन पर दिन इजाफा हो रहा है। रोज ही साइबर क्राइम के कई केस थानो में दर्ज हो रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर मे बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए सेक्टर- 108 स्तिथ पुलिस कमिश्नरेट सभागार में साइबर क्राइम कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें साइबर विशेषज्ञ ने पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध होने या शिकायत मिलने पर पुलिस द्वारा किए जाने वाले रेपॉन्स पर चर्चा किया। साइबर अपराध से बचाव के उपाय बताए गए। बचाव के लिए कुछ सावधानी बरतने की भी हिदायत दी।
सेक्टर- 108 स्थित पुलिस कमिश्नरेट सभागार में हुए साइबर क्राइम कार्यशाला में साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने इंटरनेट के जरिए होने वाली ई-मेल तथा फेसबुक अकाउंट की हैकिंग, बैंक खातों से पैसों की चोरी, दूसरे के एटीएम का क्रेडिट कार्ड के जरिए ऑनलाइन शापिंग, एयर और ट्रेन के टिकटों की बुकिंग के बारे में चर्चा की। फेसबुक और वाट्सएप की प्रोफाइल फोटो के गलत इस्तेमाल तथा फेसबुक अकाउंट हैक कर दूसरों को अश्लील या आपत्तिजनक मैसेज भेजने के भी मामले लगातार सामने आ रहे हैँ। जरा सी सावधानी और कुछ उपाय अपनाकर साइबर शातिरों का शिकार होने से बचा जा सकता है। टंडन ने साइबर अपराध के तरीके और उपायों के जानकारी दी। सलाह दी कि फेसबुक अकाउंट, एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड के पासवर्ड और पिन नंबर बदलते रहें। कार्यशाला के बारे में मीडिया जानकारी देते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया साइबर क्राइम बढ़ता हुआ चैलेंज, भय, डर और लालच ही साइबर क्राइम को बढ़ावा देता है, साइबर क्राइम कोरोना काल सबसे ज़्यादा बढ़ने वाला क्राइम 63% का इज़ाफ़ा हुआ है, ऑन लाइन चीटिंग और ऑनलाइन फ्रॉड के सबसे ज्यादा केस रजिस्टर्ड किए जाते है, इन्ही से निपटने के ट्रेनिंग के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है, रूटिंग के साइबर इंसिडेंट को कैसे हैंडल किया जाए इसकी ट्रेनिंग दी जा रही, आलोक सिंह ने आगे कहा कि गौतमबुद्ध नगरके तीनों ज़ोन में साइबर डेस्क बनाई जाएगी और इसके सेकंड फेज में सभी थाने में एक साइबर हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।साइबर विशेषज्ञ रक्षित टंडन ने बताया कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को साइबर अपराध होने पर पुलिस का पहला रेस्पांस क्या रहे, इस विषय पर विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से पीड़ित की शिकायत मिलने पर उसको तुरंत सहायता कैसे दी जाए, इसको लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा ऐसे टूल्स के विषय मे भी जानकारी दी गई, जिनकी मदद से साइबर अपराधियों तक पंहुचा जा सकता है।कार्यशाला में तीनों जोन के डीसीपी, एडीसीपी, सभी सहायक पुलिस आयुक्त और थानों से आए लगभग 200 पुलिसकर्मियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह की अध्यक्षता में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।