अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:  थाना साइबर अपराध, पूर्व गुरुग्राम की टीम ने बीती रात सेक्टर -84 के एक मकान में अवैध रूप से चल रहे फ़र्ज़ी कॉल सेंटर में छापेमारी की कार्रवाई की हैं। इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर के संचालक सहित 10 कर्मचारियों को अरेस्ट किया हैं। ये लोग विदेशी नागरिकों से ठगी करते थे, अब पुलिस ने इनके कब्जे से 10 लैपटॉप व 5 मोबाइल फोन बरामद किया हैं. पकडे गए आरोपितों  की पहचान यादवेन्द्र (संचालक) पीयूष अरोड़ा, आनंद शर्मा, रॉबिन सिंह, राहुल सिवाच, साहिल, निशांत, हरवीन्द्र सिंह, कुलदीप सिंह और पवन कुमार के रूप मे हुईं है। इनके कब्जा से 5 मोबाईल फोन व 10 लैपटॉप बरामद हुए हैं। गुरुग्राम पुलिस ने कल गत 1 जून 2023 को भी इसी प्रकार के एक फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ा था।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार बीती रात थाना साइबर पूर्व गुरुग्राम प्रभारी जसवीर, की टीम को सेक्टर-84 के एक मकान में अवैध/फर्जी कॉल सेंटर चलाकर विदेशी ग्राहकों को सर्विस देने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई। इस सूचना के बाद एसीपी साइबर अपराध विपिन अहलावत  के नेतृत्व में एक रेडिंग टीम गठित करके कॉल सेंटर पर रेड़ की गई। रेड़ के दौरान कॉल सेंटर फर्जी/अवैध तरीके से संचालित होना तथा विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करना पाया जाने पर कॉल सेंटर के संचालक यादवेंन्दर सहित 10 आरोपितों  को काबू किया गया जिनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420,120B IPC व 66D, 75, IT Act. के तहत थाना साइबर अपराध मानेसर में मुकदमा दर्ज  किया गया।उनका कहना हैं कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित यादवेंदर सिंह कॉल सेंटर का संचालक है तथा अपने 9 कर्मचारियों के साथ मिलकर यह फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था। सभी को कस्टमर सर्विस के लिए सैलरी/कमीशन पर रखा हुआ है। यादवेन्द्र सिंह ने बताया कि सभी आरोपित Dialer/X-Lite के टोल फ्री नम्बर पर आने वाली कॉल को सुनते हैं और TalkU App के माध्यम से और भिन्न -भिन्न तरीको से USA के नागरिकों के पास Amazon, PayPal या HP प्रिंटर का ऑर्डर करने या अकाउंट हैक होने का फर्जी मैसेज भेजकर अलग-अलग समस्या बताकर गुमराह करते हैं। समस्या को दूर करने के नाम पर उनके साथ ठगी करते हैं I ठगी करने के बाद टोल फ्री नंबर को बदल देते थे। उनका कहना हैं कि कॉल सेंटर के /संचालक ने यह भी बताया कि कस्टमर जब उनके द्वारा दर्शाये गए टोल फ्री नंबर पर कॉल करता है, तब वह कॉल हमारे पास वेंडर के माध्यम से कनेक्ट होती है। कस्टमर के द्वारा उसकी परेशानी बताएं  जाने पर उसे विश्वास में लेकर उसकी समस्या दूर करने के नाम पर उसके सिस्टम का रिमोट एक्सेस Anydesk, Team Viewer, Ultra Viewer आदि एप्लिकेशन से लेकर उसे वास्तविक बात ना बताकर उसको अन्य समस्या बताकर जैसे (निजी जानकारी का रिस्क, हैकर द्वारा अकाउंट हैक, डिवाइस असुरक्षित व फाइनेंसियल इनफार्मेशन लीक, आदि ) बतलाकर उस समस्या को दूर करने के नाम पर कॉलर के साथ 100 डॉलर से 500 डॉलर की ठगी करते थे। पेमेंट को गिफ्ट कार्ड (Google play, Apple, Amazon, Xbox, target, Gift Card etc) के माध्यम से लेकर थे।
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