अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा, हिसार से जयपुर के लिए हवाई सेवाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने चंडीगढ़ से वर्चुअल माध्यम से हवाई सेवाओं का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज यह नई उड़ान की शुरुआत नहीं,बल्कि हरियाणा के विकास, क्षेत्रीय समावेशन और आधुनिक कनेक्टिविटी की दिशा में एक अहम कदम है। हवाई सेवाओं में बढ़ती हरियाणा की पहचान राज्य के आत्मनिर्भर, प्रगतिशील और समावेशी भविष्य की नींव का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि प्रधान प्रदेश होने के साथ अब हरियाणा ने नागरिक उड्डयन का विकास करके एयर कनेक्टिविटी में भी अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में सरकार बनने के समय से ही नागरिक उड्डयन का विकास सरकार की प्राथमिकता रही है।
उन्होंने कहा कि इसी साल 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से अयोध्या में स्थित महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक हवाई उड़ानों का शुभारंभ किया था। उन्होंने उसी दिन इस एयरपोर्ट के दूसरे टर्मिनल के भवन का शिलान्यास भी किया था। गत 9 जून 2025 को हिसार-चंडीगढ़-हिसार हवाई सेवाओं का शुभारंभ भी किया गया। जल्द ही हिसार से अहमदाबाद और जम्मू तक हवाई सेवाओं का भी शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिसार हवाई अड्डे को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यह एयरपोर्ट आज क्षेत्रीय संपर्क के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभर रहा है। हिसार हवाई अड्डे पर डॉपलर वीओआर प्रणाली की स्थापना की है। इससे हवाई अड्डे पर उड़ानों के संचालन के लिए न्यूनतम दृश्यता 5,000 मीटर से घटकर 2800 मीटर हो गई है।
यह एक अभूतपूर्व तकनीकी उपलब्धि है। इससे अब खराब मौसम में भी उड़ानों का संचालन सुगमता से हो सकेगा। साथ ही, इस हवाई अड्डे पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है। इससे एयरपोर्ट पर रात के समय में भी हवाई जहाज लैंडिंग कर सकेंगे। नायब सिंह सैनी ने कहा कि भविष्य की दृष्टि से सरकार महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा हिसार को एक पूर्ण, आधुनिक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने की दिशा में प्रतिबद्ध है। आने वाले समय में यहां नये टर्मिनल भवन, आधुनिक एटीसी टावर, कार्गो कॉम्प्लेक्स, अग्निशमन केंद्र, प्रशासनिक भवन, पार्किंग एवं अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी कुछ वर्षों में हिसार को दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित करेंगे। इससे हिसार एयरपोर्ट के विकास और विमान सेवा आरंभ होने से आम आदमी, छोटे व्यापारी और अन्य हितधारकों को बहुत अधिक लाभ होगा। नायब सिंह सैनी ने कहा कि केवल हवाई सेवा ही नहीं, हिसार को एक औद्योगिक, लॉजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में विकसित करने का सरकार का सपना अब साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि 28 अगस्त 2024 को हिसार को अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का हिस्सा बनाया गया। 20 अगस्त 2025 को इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर, हिसार के लिए स्टेट स्पोर्ट एग्रीमेंट और शेयरहोल्डर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए। इस परियोजना का क्षेत्र 2 हजार 988 एकड़ है, जिसकी अनुमानित लागत 4 हजार 680 करोड़ रुपये है और इससे 1 लाख 25 हजार रोजगार पैदा होंगे। यह परियोजना, पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़कर हरियाणा को उद्योगों का प्रवेश द्वार बनाएगी। इस अवसर पर लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) मंत्री रणबीर गंगवा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, नागरिक उड्डयन विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी कुमार, नागरिक उड्डयन विभाग के सलाहकार नरहरि सिंह बांगड़, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) श्रीमती वर्षा खांगवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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