अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पंचकूला:पंचकूला पुलिस की साइबर क्राइम थाना टीम डीसीपी सृष्टि गुप्ता के नेतृत्व में साइबर अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई कर रही है। हाल ही में एक बड़ी ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यह मामला 27 जून को साइबर क्राइम थाना पंचकूला में दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता कुलभूषण गोयल (मेयर), निवासी सेक्टर-6 पंचकूला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी कंपनी अमरनाथ अग्रवाल इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (डेवेलपमेंट ऑफ अमरावती एन्क्लेव), जिसमें वे निदेशक हैं, जिसका कार्यालय सेक्टर-2 पंचकूला में स्थित है। शिकायत के अनुसार, 26 जून को उनके बेटे के मोबाइल पर एक संदेश प्राप्त हुआ जिसमें बताया गया कि कंपनी के बैंक खाते से दो संदिग्ध भुगतान हुए हैं। बाद में जांच करने पर पता चला कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने जाली लेटरहेड और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से कुल 42,52,000 की धोखाधड़ी की है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना पुलिस ने तत्काल हरकत में आते हुए भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(2), 318(4), 336(3), 338, 340 (2), व 61(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच अधिकारी एएसआई बृजेश कुमार ने कॉल डिटेल्स, व्हाट्सएप चैट्स और संबंधित बैंक खातों की गहन जांच कर आरोपितों की पहचान की।पुलिस टीम ने साइबर थाना प्रभारी सब-इंस्पेक्टर युद्धवीर सिंह की अगुवाई में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर दो आरोपितों – सलाउद्दीन अंसारी और श्याम दयाल – को 5 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपितों को उसी दिन पंचकूला की अदालत में पेश कर 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया।पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिनके आधार पर ठगी में शामिल अन्य आरोपितों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद आज दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।साइबर थाना टीम की इस सक्रियता से यह स्पष्ट होता है कि पंचकूला पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए ठगी के ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर रही है। डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने टीम की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि साइबर अपराधों के प्रति पुलिस की यह सतर्कता आमजन में विश्वास और सुरक्षा की भावना को मजबूत करती है।
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