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फरीदाबाद

फरीदाबाद सेक्टर- 49 में बड़ा फ्राड करने वालों पर एक और याचिका दायर: एल एन पराशर

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: शहर के सेक्टर 49 में कुछ माफियाओं ने निगम अधिकारियों व तहसील अधिकारियों से मिलकर करोड़ों का जीएसटी, इनकम टैक्स, स्टैंप पेपर घोटाले किए हुए हैं और अब अभी इनके घोटाले जारी हैं। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में मैंने एक और याचिका फरीदाबाद की अदालत में दायर कर दी है। उन्होंने कहा कि इसके पहले सेन्ट्रल थाने में एफआईआर नंबर 327 दर्ज करवाई थी। इसमें 420/467/468/471/409/120B/217/218/219 IPC के तहत इन लोगों पर मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में अब तक पुलिस जांच ही कर रही है अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को इलाका मजिस्ट्रेट के यहां मैंने एक और याचिका तहसीलदार सहित आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्तियों के खिलाफ दायर की है। जिसकी अगली सुनवाई 23 तारीख को है। पराशर ने बताया कि इस याचिका में आशीष मनचंदा वरुण मनचंदा दीपक विरमानी सुदर्शन मनचंदा श्रीमती साधना तहसीलदार बड़खल निगम एनआईटी के अधिकारी सहित दर्जनों लोगों के नाम हैं।



तथ्य इस प्रकार हैं:प्लॉट नंबर 4825 जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 3468 वह प्लॉट नंबर 4829 जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 3467 दिनांक 18-7-2018 जोकि इंद्रप्रस्थ एक्सटेंशन ओनरशिप नंबर 12 टीपी स्कीम नंबर 3 पार्ट वन सेक्टर 49 फरीदाबाद में स्थित है जिसके रजिस्ट्री वीपी स्पेशल के पार्टनर द्वारा बनी हुई बिल्डिंग की रजिस्ट्री ,स्टांप चोरी,इनकम टैक्स चोरी व जीएसटी की चोरी करने की नियत से प्लॉट के रूप में दिखाकर की! आरटीआई के मुताबिक प्लॉट नंबर 4825 जिसका कंपलीशन सर्टिफिकेट नंबर MCF/DTP/2018/88 दिनांक 4/4/2018 को ही लिया जा चुका है वाह प्लॉट नंबर 4829 का कंप्लीशन सर्टिफिकेट 14/11/17 में 3 मंजिल बिल्डिंग का जारी किया गया है! इससे साफ होता है की कंप्लीशन लेने के बाद कंपलीशन सर्टिफिकेट छुपा लिया गया व खाली प्लॉट की रजिस्ट्री करवा ली गई जिससे स्टैंप पेपर चोरी इनकम टैक्स चोरी जीएसटी चोरी का करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया! इन माफियाओं का तहसील व निगम अधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर सरकार का करोड़ों रुपए का नुकसान किया गया जिसकी शिकायत हमने उच्च अधिकारियों से लेकर सीएम तक की परंतु कोई कार्यवाही ना होने पर मजबूर न्यायालय का सहारा लेना पड़ा जिसमें एक मामले में उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो चुकी है इनके हौसले इतने बुलंद हैं कि यह सरेआम अब भी बड़े-बड़े फ्राड कर रहे हैं

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