अरविंद उत्तम की रिपोर्ट
मान न मान मैं तेरा मेहमान मुहावरे उस समय चरितार्थ हो गई जब उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के फर्जी हस्ताक्षर कर उन्हें एक कंपनी का शेयर होल्डर बना दिया गया। कंपनी के पंजीकरण और शेयरधारिता के संबंध में दस्तावेज और बैंक लेन-देन से इस फर्जीवाड़े का पता चला। जब यह मामला सिद्धार्थ नाथ सिंह के संज्ञान में यह मामला आया तो उनकी तरफ से सेक्टर-39 थाने में एफ आई आर दर्ज कराई गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दस्तावेजों का सत्यापन कर मामले की जांच की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह नोएडा के सेक्टर- 39 में रहते है उनकी तरफ से सेक्टर-39 थाने में एक अपनी शिकायत दी गई है कि जिसमें कहा गया है कि उन्हे एक वरिष्ठ पत्रकार की तरफ से ई-मेल मिला। उसमें उन्हें जानकारी मिली कि परमहंस टेक्नोलॉजीज कंपनी जिसका रजिस्टर्ड पता जोर बाग, दिल्ली है, इस कंपनी में वह शेयर धारक हैं। कंपनी के पंजीकरण और शेयरधारिता के संबंध में दस्तावेज और बैंक लेन-देन से इस फर्जीवाड़े का पता चला।एडिशनल डीसीपी जोन-1 रणविजय सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की तरफ से एक एप्लीकेशन थाना 39 में 25 तारीख को दी गई है इसमें आरोप लगाया गया था कि एक कंपनी में उनका फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उनको शेयर होल्डर बना दिया गया है जो डाक्यूमेंट्स एप्लीकेशन के साथ दिए गए थे इसका अध्ययन करने के बाद उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। एडिशनल डीसीपी ने बताया कि डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई किया जा रहा है यह जो परमहंस टेक्नोलॉजीज कंपनी है भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हरि मोहन सर्राफ इस कंपनी के संचालक हैं। इसका हेड क्वार्टर दिल्ली में बताया जा रहा है. मंत्री ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) के माध्यम से पता किया तो खुलासा हुआ कि उनके फर्जी हस्ताक्षर कर उन्हें कंपनी में शेयर धारक बनाया गया है। पुलिस ने मंत्री की शिकायत के आधार पर कंपनी और उसके संचालक के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की जांच कर रही है। इसकी तफ्तीश में सब कुछ साफ हो जाएगा तथ्य मिलेगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments