अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: एक लाजिस्टिक कंपनी के ट्रक से ई-कामर्स सेक्टर की कंपनी अमेजन के लाखों रुपये के मोबाइल फोन चोरी करने के मामले में क्राइम ब्रांच की मानेसर टीम ने चारों आरोपितों को अरेस्ट कर लिया। उनकी पहचान उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले के गांव वीरनगरिया निवासी केशव कुमार व लोकेश, गांव गणेशपुर निवासी कपिल एवं बदायूं जिले के गांव समंध नागर निवासी अमित कुमार के रूप में की गई। अमित को बिलासपुर चौक से जबकि अन्य को पचगांव चौक से अरेस्ट किया गया।
सभी बदमाश एक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। उनके कब्जे से वारदात में प्रयोग स्कार्पियो कार व चोरी किए गए 53 मोबाइल भी बरामद किए गए। ट्रक चालक ने ही अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। सामान लोड होते ही चालक मोबाइल के बाक्स की पैकिग के बार कोड व सील के बारे में सूचनाएं अपने साथियों को देता था। फिर साथी दिल्ली से फर्जी बार कोड व सील आदि बनवा कर पहुंचते थे वारदात को अंजाम देने। आरोपितों की गिरफ्तारी से मोबाइल चोरी का एक अन्य मामला भी सुलझ गया। इसी महीने 7 मार्च को ट्रक से लगभग 19 लाख रुपये के मोबाइल चोरी का मामला सामने आया था। तभी से आरोपितों की तलाश की जा रही थी। आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस आयुक्त के.के राव ने सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया था। टीम ने चारों आरोपितों को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ के मुताबिक आरोपित अमित वेयरहाउस से गाड़ी लोड करवाकर भिवाड़ी के लिए रवाना हुआ था। उसने लोड किए गए बाक्स के बार कोड व सील की जानकारी कपिल को दी थी। कपिल ने दिल्ली से फर्जी बार कोड व पैकिग सील बनवाने में भूमिका निभाई थी। लोकेश स्कार्पियो लेकर पहुंचा था। चोरी किए गए मोबाइल उत्तरप्रदेश के नोएडा में लिए हुए कमरे में जाकर छुपा दिया था। इससे पहले भी आरोपितों ने इस तरह की एक वारदात को अंजाम दिया था। सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल ने बताया कि आरोपित केशव एवं कपिल भी पहले वेयरहाउस का सामान एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले के लिए चालक की नौकरी करते थे।