अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: कल मंगलवार को थाना साइबर अपराध,दक्षिण गुरुग्राम की टीम ने विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान फर्जी कॉल सेंटर के संचालक सहित कुल 3 आरोपितों गिरफ्तार किया है। ठगी के लिए इस्तेमाल की जारी 2 लैपटॉप, 1 मोबाइल फोन मौके से पुलिस ने बरामद की है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम अमनदीप सिंह उर्फ प्रिंस (उम्र-34 वर्ष) निवासी टैगोर गार्डन एक्सटेंशन (नई दिल्ली), पलविन्दर सिह (उम्र-25 वर्ष) निवासी संतगढ, तिलक नगर (नई दिल्ली) व ईशव घई (उम्र-25 वर्ष) निवासी संत गढ, तिलक नगर (नई दिल्ली) हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की रात को थाना साइबर अपराध दक्षिण , गुरुग्राम के प्रबंधक मदन लाल की टीम को एक सूचना मकान नम्बर 684 दुर्गा कॉलोनी झाड़सा सैक्टर-39, गुरूग्राम में अवैध/फर्जी तरीके से कॉल सैन्टर चलाकर यूएसए के नागरिकों को कस्टमर सर्विस देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। प्राप्त सूचना पुलिस की एक रेडिंग टीम गठित की गई और उपरोक्त सूचना में बताए गए स्थान पर चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर रेड़ की। रेड़ के दौरान उक्त कॉल सेंटर फर्जी/अवैध तरीके से संचालित होना तथा विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर धोखाधड़ी करके ठगी करना पाया जाने पर कॉल सेंटर के मालिक/संचालक सहित कुल 3 आरोपितों को कॉल सेंटर से काबू किया गया। पुलिस द्वारा कॉल सेंटर से काबू किए गए आरोपितों के नाम अमनदीप सिंह उर्फ प्रिंस (उम्र-34 वर्ष) निवासी टैगोर गार्डन एक्सटेंशन (नई दिल्ली), पलविन्दर सिहँ (उम्र-25वर्ष) निवासी संतगढ,तिलक नगर (नई दिल्ली) व ईशव घई (उम्र-25 वर्ष) निवासी संत गढ, तिलक नगर (नई दिल्ली) हैं। पुलिस द्वारा आरोपितों के खिलाफ धारा 318(4), 319 BNS व IT एक्ट के तहत थाना साइबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को मुकदमा में गिरफ्तार किया गया।उनका कहना है कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित अमनदीप सिंह उर्फ प्रिन्स इस कॉल सैन्टर का मालिक है तथा यह अपने उपरोक्त स्टाफों के साथ मिलकर इस कॉल सेंटर को चलाता है। कॉल सेंटर मलिक अपने अन्य साथियों को प्रतिमाह 35 हजार रुपए वेतन तथा ठगी गई राशि का 1 प्रतिशत कमीशन देता था। कॉल सेंटर के मालिक/संचालक से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह अगस्त -2024 से अपने साथी आरोपितों के साथ मिलकर यह काम कर रहा है। ये लोग विदेशी मूल के नागरिकों को Tech. Support की कस्टमर केयर सर्विस प्रदान करने के नाम पर ठगी करते है। आरोपितों वेंडर के माध्यम से विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर में Pop-Up के माध्यम से ऐड भेजते हैं। Pop-Up में टोल फ्री नंबर (TFN) होता है। विदेशी नागरिकों द्वारा टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर VLCL Dialer, Xlite, Eyebem के माध्यम से कॉल इनके कॉल सेंटर पर आती है। ये लोग विदेशी नागरिकों को खुद को एक नामी कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर उनकी समस्या दूर करने के नाम पर उनके कंप्यूटर में Ultra Viewer एप्लिकेशन डाउनलोड करवाकर विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर सिस्टम का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर लेते है फिर उनका कंप्यूटर हैक करने की बात कहकर व उनकी उस समस्या को दूर करने के नाम पर उनसे 100-500 डॉलर तक के गिफ्ट कार्ड खरीदवा लेते है और ये उनसे खरीदे गए गिफ्ट कार्ड का नंबर पूछ लेते है फिर इनके अन्य साथी द्वारा उन गिफ्ट कार्ड को रिडीम करवा लिया जाता है। पुलिस द्वारा आरोपितों के कब्जा से इस जालसाजी में प्रयोग किए जाने वाले 2 लैपटॉप व 1 मोबाईल फोन बरामद किए गए है। आरोपितों को आगामी कार्रवाई के लिए अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। मुकदमा अनुसंधान अधीन है।
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