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अपराध गुडगाँव

साईबर ठगी में ठगी गई राशि को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करने की वारदातों को अंजाम देने वाले कॉल सेन्टर का भंडाफोड़, 5 आरोपित पकड़े गए।

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
व्हाट्सएप संदेश के माध्यम से अपने आप को कंपनी मालिक कर कंपनी अकाउंटेंट से लगभग 32 लाख 50 हजार रुपए की  ठगी करने के मामले में थाना साइबर अपराध , दक्षिण गुरुग्राम की टीम ने पांच आरोपितों गिरफ्तार किया है। इनके पास पुलिस ने 17 मोबाइल फोन , 3 लैपटॉप व एटीएम कार्ड बरामद किए है। आरोपितों ने ठगी की यह वारदात गत 19 मई 2025 को अंजाम दिया गया था। और इस संबंध में थाना साइबर अपराध दक्षिण गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। अब इसी केस में उपरोक्त पाँचों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।   

पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि गत 27 मई 2025 को एक कम्पनी के अकाउंटेंट/कर्मचारी ने थाना साइबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस को लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि दिनांक 19 मई 2025 को किसी ने व्हाट्सएप के संदेश भेजकर व खुद को कंपनी का मालिक (जिस कंपनी में वह  काम करता है) बताया तो उसने उसके कहे अनुसार दिनांक 19.05.2025 से दिनांक 27.05.2025 तक कंपनी के खाते से विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कर दिए। किसी अज्ञात द्वारा खुद को कंपनी के मालिक का नाम बताकर उसको अपने विश्वास में लिया और धोखे से कंपनी के बैंक खाते से विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कराकर ठगी कर ली। इस शिकायत पर थाना साइबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर अंकित किया गया।उनका कहना है कि एसीपी  साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान HPS, के नेतृत्व में तत्परता से कार्रवाई  करते हुए थाना साइबर अपराध दक्षिण के प्रबंधक व निरीक्षक नवीन कुमार की टीम ने 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम 1. गौरव निवासी दिल्ली कैंट (दिल्ली), 2. जतिन शर्मा निवासी सिद्धार्थ एंक्लेव (दक्षिण दिल्ली), 3. शिवम् निवासी मीठापुर, बदरपुर (दिल्ली) व 4. अंकित निवासी हरीनगर एक्सटेंशन बदरपुर (दिल्ली) है। पुलिस टीम द्वारा आरोपित गौरव व जतिन को गत 29.05.2025 को तथा आरोपित शिवम् व अंकित को दिनांक 30.05.2025 को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उनका कहना है कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ठगी गई राशि में से 29 लाख 60 हजार रुपए आरोपित गौरव के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे। आरोपित गौरव द्वारा अपना बैंक खाता आरोपित जतिन को बेचा गया था और जतिन द्वारा गौरव के बैंक खाते को अन्य आरोपित  को बेचा था। आरोपित  गौरव (खाताधारक) ने अपना बैंक खाता आरोपित  जतिन को बैंक खाते में ट्रांसफर की जाने वाली राशि का 2% कमीशन/हिस्सा लेने के बदले में दिया और आरोपित  गौरव  आरोपित जतिन से 5 हजार रुपए प्राप्त भी कर चुका था। आरोपित  जतिन ने गौरव के बैंक खाते को अपने एक अन्य साथी को बैंक खाते में आने वाली राशि के 4% कमीशन पर बेचा था तथा वह  (आरोपित  जतिन) भी अपने अन्य साथी से 25 हजार रुपए प्राप्त कर चुका था। पुलिस पूछताछ में आरोपित जतिन ने बताया कि उसने अपने 2 बैंक खातों सहित कुल 5 बैंक खाते अन्य साथी आरोपित /साइबर ठगों को बेच रखे है।उनका कहना है कि इसी प्रकार ठगी गई  धनराशि में से 32 लाख 50 हजार 301 रुपए आरोपित  शिवम के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे। आरोपित शिवम ने अपना यह बैंक खाता उपरोक्त आरोपित  अंकित को 10 हजार रुपयों में बेचा था और अंकित ने शिवम के इस बैंक खाते को अपने किसी अन्य साथी आरोपित  को 20 हजार रुपए में बेच दिया था। पुलिस टीम द्वारा आरोपितों  के कब्जा से कुल 3 मोबाइल फोन्स व 5 हजार रुपये की नगदी बरामद की गई थी।उनका कहना है कि थाना साइबर अपराध दक्षिण के प्रबंधक नवीन कुमार टीम ने वारदात से सम्बन्धित पुलिस तकनीकी सहित विभिन्न माध्यमों से अनेकों सूचनाएं एकत्रित की गई तथा एकत्रित की गई सूचनाओं का गहनता से अवलोकन करने पर उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम देने की कुछ कड़ी सिवान (बिहार) से जुड़ी होना ज्ञात हुई। आज सोमवार को थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने एकत्रित की गई सूचनाओं व पुलिस तकनीकी को आधार बनाकर आगामी कार्रवाई  के लिए सिवान (बिहार) पहुँची। पुलिस टीम द्वारा जब आरोपितों के ठिकाने पर रेड़ की तो पाया कि 1 बन्द कमरें में 5 व्यक्ति मोबाईल फोन्स व लैपटॉप के माध्यम से विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कर रहे है। पुलिस टीम द्वारा जब उनसे बैंकों में ट्रांजेक्शन करने से सम्बन्धित कोई अधिकृत/वैध दस्तावेज मांगे तो वे लोग कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर पाए।उनका कहना है कि पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्रवाई करते हुए आरोपितों से उनका नाम व पता पूछा तो उन्होंने अपना नाम व पता 1.  आफताब , 2. मोहम्मद आरिफ, 3. इरशाद हुसैन, 4. वजीर अली व 5. अमलेश कुमार सभी निवासी खैरथल, पचौरा, जिला सिवान (बिहार) बताया । पुलिस टीम द्वारा उक्त सभी आरोपितों  को गिरफ्तार किया गया।पुलिस अनुसन्धान के दौरान उपरोक्त आरोपितों  से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये सभी एक ही गाँव के रहने वाले है और इनके ही गाँव का रहने वाला इनका एक अन्य साथी इन्हें बैंक खाते उपलब्ध कराता है। इनका अन्य साथी इन्हें बताता है कि लोगों से विभिन्न मध्यामों से ठगी गई राशि इन्हें उपलब्ध कराए गए बैंक खाते में कब और कितनी ट्रांसफर करनी है और ये उसके कहे अनुसार बैंकों में रुपए ट्रांसफर करने की वारदातों को अंजाम देते है, जिसके बदले इनका साथी इन्हें प्रतिमाह 20 हजार रूपए वेतन तथा ट्रांसफर की गई राशि का 10% हिस्सा देता है। ठगी गई राशि में से 1 करोड़ 60 लाख रुपए उपरोक्त आरोपितों  के अन्य साथी द्वारा उपलब्ध कराए बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे, फिर बाद में इनके  द्वारा उन रुपयों को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था। पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के कब्जा से 17 मोबाईल फोन,  03 लैपटॉप व 02 ATM कार्ड बरामद किए गए है। अब तक उपरोक्त मामले में कुल 09 (4+5) आरोपितों  को गिरफ्तार किया जा चुका है। आगामी कार्रवाई के लिए आरोपितों को अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा।  अनुसंधान जारी है।

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