अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जिला प्रशासन एक तरफ तो अवैध रूप से बनाई गई बड़े-बड़े फार्म हाउस एवं बैंकेट हॉलों को ध्वस्त कर रही है, और अब तक लगभग 60 से अधिक फार्म हाउस एवं बैकेट हॉलों को पूरी तरह से धवस्त किए भी जा चुके है, जबकि डीटीपी एन्फोर्स्मेंट राहुल सिंगला की टीम बीते लगभग पांच महीनें से अलग तोड़फोड़ की कार्रवाई किए जा रही है। ऐसे में ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की कार्रवाई सवालों के घेरे में है।
वह ऐसे की सराय की झड़ियां मार्किट में लगभग 10 बड़ी -बड़ी दुकानें अवैध रूप बनाई जा रही है, जिसे तोड़ ने के लिए एक बार ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम की टीम एसडीओ विनोद सिंह के नेतृत्व मौके पर पहुंची थी, इस दौरान उनके साथ भारी पुलिस फोर्स मौजूद थी।
वावजूद इसके निगम इन सभी अवैध दुकानों को नहीं तोड़ पाई। इसमें एक निर्दयलीय पार्षद और ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत बताई गई हैं। इसी वजह से निर्माणाधीन सभी दुकानों को तोड़े बिना ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम दस्ते को लौटना पड़ा था। और निर्माणकर्ता के हौसले बिल्कुल बुलंद और धड़ल्ले से नीचे -ऊपर बड़ी -बड़ी शो रूम बनाए जा रहे है।क्या इसमें हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन को भ्रष्टाचार नहीं नजर आ रहा है, क्या निर्दलीय पार्षद से संबंधित विभाग के लोग डरते है या घबराते है। कोई तो वजह होगी जो इन सभी अवैध दुकानों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई करने में कतरा रही है। यह खेल खुलमखुल्ला चल रहा है, प्रदेश की सरकार यह कहती है कि वह भ्रस्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे, फिर यह है क्या।
इसके अतिरिक्त एक और मामला प्रकाश में आया है, जिसमें एक और भ्रष्टाचार को उजागर करता है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग फरीदाबाद ने कई वर्ष पूर्व में 37 मोड़, बाईपास रोड, नियर गोल चक्कर के पास एक पेट्रोल पंप के लिए ग्रीन बेल्ट की जमीनों को अलॉट किया था,अब भी यहां पर पेट्रोल पंप चल रहा है, यहां तक तो कोई दिक्कत नजर नहीं आ रही है
पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग ,फरीदाबाद ने पेट्रोल पंप के मालिक पर इतना ज्यादा मेहरबान हो गए की साथ में वर्कशॉप एंव दुकानें खोलने के लिए भी ग्रीन बेल्ट की जमीनें अलॉट कर दी, ऐसा कुछ है तो कानूनी नियमों का मजाक उड़ाने के बराबर है। ऐसे में जांच पड़ताल अवशय करनी चाहिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को,गलत पाए जाने पर अवश्य कार्रवाई करने की जरुरत है। यह पता चला है कि पेट्रोल पंप के मालिक लोग काफी प्रभाव शली लोग होते है,
और सरकार और जिला प्रशासन में इनकी काफी बैठ होती है। सरकार इस बात की भी गंभीरता से जांच करें कि पेट्रोल पंप की जरूरत से अधिक जमीनों को किसने अलॉट किया, और क्यों किया। क्या इसमें हुड्डा विभाग की किसी अधिकारी की मिलीभगत है। पेट्रोल पंप के मालिक दिनेश अग्रवाल का कहना है कि उनके पेट्रोल पंप के साथ में जो बड़े शेड है, उस जमीन को पंप के साथ में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग द्वारा जमीनों को अलॉट की गई है। पहले भी हुड्डा विभाग इस मामले में जांच कर चुकी है, जिसमें उनकी शेड जिसमें वर्क शॉप चल रही है, को सही पाया गया था, और उनके पेट्रोल पंप की दूसरी तरफ भी ग्रीन बेल्ट की जमीनों पर तीन दुकाने अवैध रूप से धड़ल्ले से चल रही है वह उनसे बिल्कुल अलग है।
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