
विनीत पंसारी की रिपोर्टमहेन्द्रगढ़ : मेले हमारी प्राचीन संस्कृति की पहचान हैं। मेले आपसी मेल मिलाप एवं भाईचारा के प्रतीक हैं। यह बात शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने बुधवार देर सांय तीज पर्व के अवसर पर बाबा रामफल नाथ आश्रम बलाना में आयोजित तीज मेले में बतौर मुख्यातिथि लोगों को संबोधित करते हुए कही।इस अवसर पर आयोजित खेल दंगल में शिक्षा मंत्री प्रो. शर्मा ने खिलाडिय़ों को पुरस्कार वितरित किए तथा कहा कि हरियाणा की खेल नीति का लाभ खेलों एवं खिलाडिय़ों को मिला है जिसके दम पर प्रदेश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के खिलाडिय़ों ने रोशन किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने खेलों के प्रति विशेष रूचि नहीं दिखाई थी परन्तु मौजूदा भाजपा प्रदेश सरकार ने खेलों सहित हर क्षेत्र पर विशेष ध्यान देकर प्रदेशवासियों को खुशहाली प्रदान करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में मनुष्य को पूर्ण रूप से स्वस्थ एवं मजबूत रहने के लिए खेलों एवं योगाभ्यास पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खेलों को जीवन का अभिन्न अंग बना लेना ही अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। शिक्षा मंत्री ने बाबा रामफलनाथ आश्रम में चारदिवारी निर्माण के लिए 21 लाख रूपये का अनुदान देने की घोषणा की वहीं ग्रामीणों की मांग पर सरकारी स्कूल को दसवीं से बढ़ा कर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बनाने की घोषणा भी की। इसके बाद प्रो. रामबिलास शर्मा ने दोहान नदी के पास स्थित बुचियावाली आश्रम में आयोजित तीज मेले में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की तथा खिलाडिय़ों को ईनाम वितरित किए तथा कहा कि हार-जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं। हार व जीत की प्रवाह किए बिना खिलाडिय़ों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करना चाहिए। शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर बुचियावाली आश्रम में 5 लाख रूपये का अनुदान देने की घोषणा की।इस अवसर पर एसडीएम विक्रम आईएएस सहित अन्य अधिकारियों के अलावा बाबा भातीनाथ, बलाना के सरपंच रामोतार, शिक्षा मंत्री के भाई राजेन्द्र शर्मा, बिजेन्द्र गूर्जर, रामनिवास गूर्जर, शिशपाल गूर्जर, गोपी पंच, महाराज हरिनाथ, जयसिंह महाराज, सतीश रिवासा, प्रवीन सरपंच डुलाना, भंवर सिंह, अभय सिंह, निहाल सिंह, रामसिंह, पूर्व जिला पार्षद बीरेन्द्र सिंह, महिपाल पायगा सहित अनेकों अन्य गणमान्यजन हाजिर थे।

