अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: अपराध जगत में वाहन चोरों के बीच डॉक्टर के नाम से मशहूर 25 हज़ार के इनामी अंतरराज्यीय वाहन चोर वाहिद को नोएडा की थाना -24 पुलिस ने उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। इसके ऊपर नोएडा एनसीआर में लगभग 50 से अधिक मुकदमे वाहन चोरी के दर्ज है। इनके पास से चोरी के चार वाहन, तमंचा कारतूस, फर्जी नंबर प्लेट वाहन, चोरी में इस्तेमाल होने वाले बड़ी संख्या में औजार बरामद किए हैं।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े वाहिद, अंकुर और सोहेब शातिर किस्म के वाहन चोर हैं। वाहिद वाहन चोरों के बीच डॉक्टर के नाम से मशहूर है, उसके ऊपर नोएडा एनसीआर में 50 से ज्यादा मुकदमे चोरी के दर्ज हैं। वह दिल्ली से एक दर्जन से ज्यादा मुकदमों में वांछित चल रहा था और नोएडा 24 थाने से भी चोरी के मामले में वांछित है। उस पर पुलिस ने 25 हज़ार का इनाम भी घोषित कर रखा है। वाहिद की यह खासियत है कि वह किसी भी वाहन को मिनटों में चोरी कर सकता है। वाहिद अपना वाटस एप नम्बर सउदी अरबिया के नम्बर से इंस्टाल किया है तथा उसी नम्बर से डोंगल की मदद से वाटस एप कॉलिग से अपने अन्य साथियो से जुड़ा है। वाहिद ने दो शादियाँ कर रखी है तथा आठ जगहो (दिल्ली मे 2.गाजियाबाद मे 2, हापुड, मेरठ , बुलन्दशहर, बागपत) में किराए का मकान लिया हुआ है तथा प्रत्येक दिन अलग-अलग लोकेशन पर रात मे सोने के लिए आता था।
डीसीपी राजेश यस ने बताया कि वाहिद शुरु के दिनो में गाड़ियाँ स्वयं अपने साथियो के साथ मिल कर चोरी करता था, धीरे-धीरे इसने अपने साथियों पवन और कमरुदीन को गाडी चोरी कराने की ट्रेनिंग दी और अब इनसे गाडी चोरी करवाता है। चोरी गाडी लेकर यह दानिश व इमरान को गाडी कटवाने का काम करते है। ये गैंग गाड़ी के काटने के बाद उसके पुर्जो को बिहार, हरियाणा, राजस्थान में बेच दिया करते है। अंकुर की मोदीनगर मे नंबर प्लेट आदि बनाने की दुकान है,जो वाहिद व अन्य चोरो को फर्जी नंबर प्लेट बनाकर देता है,जो कि चोरी की हुई गाडियों में इस्तेमाल की जाती है। अभियुक्त शुऐब की सिम आदि की दुकान है, यह वाहिद व अन्य चोरो को प्रीऐक्टिवेटेड सिम बेचता था तथा वाहिद की चोरी मे मदद करता था।डीसीपी ने बताया कि इस गैंग में सात सदस्य है अभी वाहिद, अंकुर, शुऐब को गिरफ्तार किया है, कमरुद्दीन, पवन, इरफान, दानिश अभी फरार चल रहे हैं इनको भी जल्द पुलिस गिरफ्तार करेगी।