अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) – फरीदाबाद लोकल सेंटर द्वारा, जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के सहयोग से आयोजित 40 वाँ राष्ट्रीय अधिवेशन (राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं दूरसंचार अभियंता सम्मेलन – एनसीईटी-2025) तथा राष्ट्रीय सम्मेलन “आईओटी एवं सेंसर एम्बेडेड सिस्टम: स्मार्ट कनेक्टिविटी की दिशा में” का दो दिवसीय कार्यक्रम 4 दिसंबर 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन में देशभर के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, उद्योग विशेषज्ञों, रक्षा वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों ने सक्रिय सहभागिता की। कार्यक्रम में विशेषज्ञ व्याख्यान, उन्नत तकनीकी सत्र, शोध पत्र प्रस्तुतियाँ, पैनल चर्चा तथा छात्र प्रोजेक्ट नवाचार प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनका केंद्रबिंदु इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), बुद्धिमान सेंसिंग तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित प्रणालियाँ, माइक्रो-इलेक्ट्रो-मैकेनिकल/नैनो-इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम (एमईएमएस/एनईएमएस) प्रगति और उभरती स्मार्ट तकनीकें रहीं।

समापन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. शमीम अहमद, प्रो. गिरीश मुदंदा (उपाध्यक्ष, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स), इं. आई. एस. ओबेरॉय (अध्यक्ष, फरीदाबाद लोकल सेंटर) तथा प्रो. प्रदीप डिमरी (कन्वीनर, एनसीईटी-2025) ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित किया और संस्थान तथा विश्वविद्यालय के बीच अनुसंधान एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने वाली सुदृढ़ साझेदारी की सराहना की। समापन प्रो. वंदना खन्ना द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। छात्र प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में टीम “डार्क” को प्रथम पुरस्कार (₹6,500), टीम “ऑफलोड” को द्वितीय पुरस्कार (₹5,500), टीम “सार्स” को तृतीय पुरस्कार (₹4,500), तथा टीम “आरोग्य कैटालिस्ट” को सांत्वना पुरस्कार (₹3,500) प्रदान किए गए। इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) – फरीदाबाद लोकल सेंटर ने पुनः पुष्टि की कि वह इंजीनियरिंग शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार तथा डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे राष्ट्रीय अभियानों को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है।
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