अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकट वर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के तीसरे चरण को दिल्ली और एनसीआर सहित जिले में भी लागू किया गया है। यह कदम वायु गुणवत्ता को सुधारने और प्रदूषण के दुष्प्रभावों को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।डीसी विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर निर्धारित मानकों से अधिक होने से ग्रैप-3 की पाबंदी लागू हो गई है, जिसके लिए हमें प्रदूषण नियंत्रण उपायों को पूरी गंभीरता से अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण हम सबके लिए चिंता का विषय है, जिसका हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वायु प्रदूषण नियंत्रण को लेकर ग्रैप नियमों की सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है।डीसी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्र वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से फरीदाबाद सहित एनसीआर क्षेत्र में लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप-3) के तहत संबंधित विभागों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शहरी निकायों, एचएसआई आईडीसी सहित अन्य विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वे जिले में बढ़ते प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाएं। सभी विभाग जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक को नियंत्रित रखने के लिए जमीनी स्तर पर मिलकर काम करें। ग्रैप-3 के तहत सड़कों की मशीनों और वैक्यूम आधारित सफाई, रोजाना पानी का छिड़काव और धूल नियंत्रण सामग्री का प्रयोग करने के साथ-साथ एकत्रित धूल को निर्धारित स्थलों पर निस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं।निर्माण कार्यों में केवल गैर-प्रदूषणकारी गतिविधियों — जैसे प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल, कारपेंट्री और इंटीरियर फिनिशिंग — की अनुमति दी गई है, जबकि स्टोन क्रेशर और माइनिंग गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

इसके अलावा बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों के संचालन पर गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और दिल्ली में रोक लगाई गई है।डीसी विक्रम सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान को सफल बनाने में भागीदार बनें और सिटीजन चार्टर का पालन करें। उन्होंने कहा कि लोग छोटी दूरी के लिए पैदल चलें या साइकिल का उपयोग करें, यात्रा के दौरान कार शेयरिंग या सार्वजनिक परिवहन अपनाएं और जहां संभव हो वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता दें। नागरिकों को कोयला या लकड़ी से हीटिंग करने से बचना चाहिए। डीसी ने कहा कि “हमारी छोटी-छोटी सावधानियां और सामूहिक जिम्मेदारी ही एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सुधारने की दिशा में बड़ा परिवर्तन ला सकती हैं।”
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