अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षा मंत्री आतिशी व मेयर शैली ओबेरॉय ने दिल्ली नगर निगम के स्कूलों के 99 शिक्षकों और प्रिंसिपलों को एमसीडी टीचर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री ने एमसीडी शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें एमसीडी स्कूलों में शिक्षा क्रांति लाने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय,डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल, नेता सदन मुकेश गोयल, एमसीडी कमिश्नर ज्ञानेश भारती, शिक्षा निदेशक(एमसीडी) विकास त्रिपाठी, विभिन्न वार्डों के पार्षद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर शिक्षकों को प्रेरित करते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “शिक्षकों की छात्रों के जीवन में, विशेषकर शुरुआती क्लासेज़ में, बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उनके शिक्षक ही उनके लिए सब कुछ होते हैं और उनकी नज़र में उनके शिक्षक हमेशा सही होते हैं।
एक शिक्षक के रूप में, किसी को यह याद रखना चाहिए कि छात्रों के लिए वे भगवान से कम नहीं हैं। छात्र शिक्षकों को अपना आदर्श मानते हैं और उनका अनुकरण करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में शिक्षकों की ज़िम्मेदारी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि, भविष्य में बेहतर इंसान के रूप में छात्रों का सर्वांगीण विकास क्लास में और पूरे स्कूल में उनके शिक्षकों के व्यवहार पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार कई सालों से दिल्ली सरकार के स्कूलों में बदलाव लाने के लिए काम कर रही है। हमने एक सरकार के रूप में शिक्षकों को सुविधाएं देने का काम किया लेकिन अपनी भूमिका निभाते हुए शिक्षा क्रांति लाने का काम हमारे शिक्षकों और प्रिंसिपलों ने किया। हमारे शिक्षक ही दिल्ली शिक्षा क्रांति के असल ध्वजवाहक है। शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “एमसीडी स्कूलों के शिक्षकों को हाल के वर्षों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, मैं सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से वादा करता हूं कि अगले दो सालों में एमसीडी स्कूलों की सभी चुनौतियों हल हो जाएगी। स्कूलों में सिक्योरिटी गार्ड, क्लीनिंग स्टाफ, डाटा एंट्री ऑपरेशन तैनात किए जाएँगे।उन्होंने कहा कि शिक्षक हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं,और हम उनकी सभी समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, चाहे वह वेतन हो, साफ-सफाई हो या स्कूलों में सुरक्षा से संबंधित हो।उन्होंने कहा कि इसके बदले में, सरकार शिक्षकों से अपेक्षा करती है कि वे पूरी तरह से एमसीडी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों को बेहतर शिक्षा देने और उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने कहा, “विकसित देश जिन्हें हम प्रेरणा के रूप में देखते हैं, जैसे कि यूके, यूएस, फिनलैंड, कनाडा आदि, ये सभी देश हर बच्चे को उनकी पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना सर्वोत्तम और मुफ्त शिक्षा सुनिश्चित करते हैं। यदि हम उनका अनुकरण करना चाहते हैं और उनके जैसी शिक्षा प्रणाली चाहते हैं, तो इसकी जिम्मेदारी हमारे शिक्षकों पर आती है। हमारे शिक्षक कक्षा में बच्चों को जिस तरह की शिक्षा प्रदान करते हैं, वह हमारे देश के भविष्य को आकार देगी।”शिक्षा मंत्री ने आगे कहा, “मेरा सपना है कि हम एमसीडी के स्कूलों को इतना शानदार बना दे कि जल्द ही वह दिन आए जब लोगों को नर्सरी दाखिले के लिए निजी स्कूलों के बजाय एमसीडी स्कूलों के बाहर लंबी लाइनें लगे लगानी पड़े ।और मुझे हमारे एमसीडी स्कूल के शिक्षकों पर पूरा भरोसा है कि वे इस सपने को जल्द ही हकीकत में बदल देंगे।’
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