अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सिक्योरिटी, डिजास्टर मैनेजमेंट और एयर फील्ड एनवायरमेंटल मैनेजमेंट को लेकर डीएम मेधा रूपम ने एयरपोर्ट एनवायरमेंटल मैनेजमेंट कमेटी (एईएमसी) और एरोड्रम समिति (एसी) के साथ एयरपोर्ट इमरजेंसी प्लैनिंग कमिटी(एईपीसी) के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में समितियां के अधिकारियों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दे कर एयरपोर्ट की अब तक की कार्य योजना और प्रगति के बारे में डीएम को अवगत कराया।

डीएम मेधा रूपम ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हवाई अड्डे के 20 किमी के दायरे में बिना एनओसी किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य न किया जाए, उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में साफ-सफाई बनाए रखी जाए तथा जलभराव रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाए। पक्षियों एवं आवारा जानवरों की गतिविधियों को नियंत्रित किया जाए, ताकि विमान संचालन में किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो। ड्रोन एवं लेजर जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाई जाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में इसके संबंध में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।

आपातकालीन स्थितियों की तैयारी पर बल देते हुए डीएम ने एईएमसी, एसी और एईपीसी समितियों और अन्य संबंधित एजेंसी के बीच आपसी तालमेल और सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने की बात कही. उन्होंने मैनेजमेंट योजना, इमरजेंसी मेडिकल फैसिलिटी, फायर डिपार्टमेंट और बचाव कार्य, पुलिस सुरक्षा नागरिक सुरक्षा संगठनों की ट्रेडिंग प्रोग्राम की कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों के अधिकारियों को प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट की सुरक्षित संचालन और डिजास्टर मैनेजमेंट सर्वोच्च प्राथमिकता है। डीएम ने कहा कि एयरपोर्ट से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर निर्धारित समय पर चल रहे कार्यों की प्रगति से अवगत कराते रहे ताकि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विश्व स्तरीय और सुरक्षित एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा सके।
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