अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:जिला कारागार भोंडसी में कैदियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित नव- निर्मित आईटीआई का शुभारंभ आगामी 6 दिसंबर को भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत द्वारा किया जाएगा। यह पहल न्यायपालिका की उस संवेदनशील सोच को दर्शाती है,जिसके तहत कारागारों को सुधार, पुनर्वास और कौशल विकास का केंद्र बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस आईटीआई के माध्यम से कैदियों को तकनीकी शिक्षा एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे रिहाई के बाद सम्मानजनक आजीविका के साथ समाज में पुनः स्थापित हो सकें।मुख्य न्यायाधीश के प्रस्तावित दौरे को ध्यान में रखते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में हाईकोर्ट का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिला कारागार भोंडसी पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में माननीय जस्टिस पंकज जैन, जस्टिस कुलदीप तिवारी,जस्टिस सुदीप्ति शर्मा और जस्टिस शालिनी सिंह नागपाल भी शामिल रहे। प्रतिनिधि मंडल के गुरुग्राम आगमन पर डीसी अजय कुमार ने सभी न्यायाधीश का स्वागत किया। निरीक्षण के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कारागार में आईटीआई से संबंधित अवसंरचना, प्रशिक्षण क्षमताओं तथा सुविधाओं का गहन अवलोकन किया। उन्होंने कारागार अधीक्षक और अन्य अधिकारियों से तैयारियों की विस्तृत जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए ताकि सभी व्यवस्थाएं मुख्य न्यायाधीश के आगमन से पूर्व सुचारू और मानकों के अनुरूप पूरी हो सकें।

न्यायाधीश जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्रा ने निरीक्षण के दौरान वर्कशॉप, जेल रेडियो, कंप्यूटर लैब, इलेक्ट्रॉनिक्स लैब, फिजिक्स लैब, संगीत शाला, सैलून और स्किल डेवलपमेंट सेंटर का दौरा किया। उन्होंने प्रत्येक केंद्र पर उपलब्ध संसाधनों, प्रशिक्षण सामग्री, प्रशिक्षकों की उपलब्धता तथा कैदियों की भागीदारी को विस्तार से परखा। न्यायाधीश ने कहा कि आईटीआई सहित विभिन्न कौशल केंद्र कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अत्यंत प्रभावी साबित होंगे।इस अवसर पर डीजी (जेल) आलोक राय, आईजी (जेल) सतीश बालन, डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा,जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की चेयरमैन वाणी गोपाल शर्मा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश कादियान, अधीक्षक जिला कारागार भोंडसी विवेक चौधरी, डीसीपी(पूर्व) गौरव राजपुरोहित, डीसीपी (साउथ) हितेश यादव, अतिरिक्त निगम आयुक्त रविंद्र यादव, एसडीएम सोहना अखिलेश यादव, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता चरणदीप राणा, जिला कारागार के उप अधिक्षक संदीप कुमार, अनिल व अमित सहित जिला प्रशासन, जिला कारागार व पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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