अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में झूठ बोलकर कौशल निगम कर्मियों के सवा लाख परिवारों की वोट ली थी। इसीलिए तीसरी बार सरकार बनते ही कौशल कर्मियों को नौकरी से बाहर करने का सिलसिला शुरू कर दिया। आए दिन किसी ना किसी विभाग से कर्मियों को निकाला जा रहा है। इस बार बीजेपी की ‘रोजगार छीनो’ नीति के शिकार 252 पीजीटी हुए हैं। इनको सरकार ने तुरंत काम से रिलीव करने के आदेश जारी किए हैं।
हुड्डा ने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत लगे सभी सवा लाख कर्मचारियों को पक्का करने का ऐलान किया था। सरकार ने बार-बार हर मंच से वादा किया था कि किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जाएगा। इतना ही नहीं बीजेपी ने चुनाव के दौरान कांग्रेस के खिलाफ भी झूठ बोला था। कौशल कर्मियों में जानबूझकर भय फैलाया गया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो कौशल निगम को खत्म करके सभी कच्चे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देगी। चुनाव के वक्त कौशल कर्मी बीजेपी के बहकावे में आ गए और वोट देकर उनकी सरकार बनवा दी। लेकिन चुनाव खत्म होते ही बीजेपी ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। अपने वादे से मुकरते हुए बीजेपी अब ताबड़तोड़ तरीके से कौशल कर्मियों की नौकरी खा रही है। इसीलिए तमाम कच्चे कर्मचारियों पर नौकरी जाने की तलवार हमेशा लटकी हुई है। कच्ची नौकरी और न्यूनतम वेतन के सहारे गुजर-बसर कर रहे कर्मियों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इसके चलते बेरोजगार युवा सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं। 2 लाख पक्की नौकरियां देने का वादा करके सत्ता में आई बीजेपी अभी तक सीईटी तक नहीं करवा पाई। भर्तियों के इंतजार में ओवर ऐज हो रहे लाखों बेरोजगार युवा लगातार सीईटी और नई भर्तियों का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन सरकार ना नए रोजगार दे रही और रोजगार प्राप्त लोगों को भी नौकरी से अलविदा कह रही है।
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