अजीत सिन्हा की रिपोर्ट फरीदाबाद:मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (MRIIRS) ने जेल एजुकेशन और डेलॉइट इंडिया के साथ मिलकर एक विशेष बी.कॉम इन फिनटेक प्रोग्राम शुरू किया है.यह कार्यक्रम शैक्षणिक ज्ञान के साथ साथ ब्लॉकचेन, डिजिटल पेमेंट्स, डेटा एनालिटिक्स और रेगुलेटरी टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव को एकीकृत करता है, ताकि छात्रों को वित्तीय नवाचार और डिजिटल परिवर्तन की मजबूत नींव मिल सके। एमआरआईआईआरएस के वाइस चांसलर डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा,“फिनटेक आज के व्यापारिक माहौल का एक अत्यंत गतिशील क्षेत्र है।
इस पहल के माध्यम से छात्र व्यावहारिक शिक्षा प्राप्त करेंगे और यह समझ सकेंगे कि किस प्रकार तकनीक वित्तीय सेवाओं को नए रूप में ढाल रही है।”यह तीन वर्षीय कार्यक्रम 12 फिनटेक-केंद्रित विषयों पर आधारित है जो छात्रों को वित्तीय दुनिया के वास्तविक अनुप्रयोगों से परिचित कराते है ज़ेल एजुकेशन 8 कोर्स संचालित करेगा जबकि डेलॉइट इंडिया 4 कोर्स प्रदान करेगा, जिससे छात्रों को निरंतर उद्योग विशेषज्ञों के साथ संवाद का अवसर मिलेगा कोर्स में मेंटरशिप, केस-आधारित लर्निंग और नवीनतम तकनीकी व नियामकीय विकास की जानकारी भी शामिल है।जेल एजुकेशन के को-फाउंडर अनंत बेंगानी ने कहा, “हम मानते हैं कि भविष्य के लिए तैयार करियर की शुरुआत स्नातक स्तर से होती है।
हमारे फिनटेक पाठ्यक्रम को एकीकृत करके हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि छात्रों को शुरुआत से ही प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिले। यह पहल क्षमताओं के निर्माण पर केंद्रित है जो फिनटेक क्षेत्र की तेज़ी से बढ़ती मांगों के अनुरूप हों।”जैसे-जैसे भारत का वित्तीय इकोसिस्टम तेजी से विकसित हो रहा है, यह पहल छात्रों को आधुनिक फिनटेक प्रथाओं और टूल्स की जानकारी देकर एक कुशल प्रतिभा-पूल तैयार करने का प्रयास है। इसका उद्देश्य शिक्षा से उद्योग तक के संक्रमण को सहज बनाना और छात्रों के लिए करियर के व्यापक अवसर खोलना है।डेलॉइट इंडिया के पार्टनर जेनुल सांघानी ने कहा, “यह पहल अकादमिक शिक्षा को उद्योग की अपेक्षाओं के साथ जोड़ती है और छात्रों को वास्तविक अनुभव और भविष्योन्मुख ज्ञान से सशक्त बनाती है.यह उन्हें फिनटेक के भविष्य को आकार देने और इसके अगले परिवर्तनशील चरण में सार्थक योगदान देने के लिए तैयार करती है।”एमआरआईआईआरएस के स्कूल ऑफ कॉमर्स की डीन, सीएस डॉ. मोनिका गोयल ने कहा, “हम अपने छात्रों को वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करना चाहते हैं यह एक सशक्त कदम है जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे छात्र केवल डिग्री लेकर नहीं, बल्कि एक स्पष्ट दिशा के साथ स्नातक हों।”
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments