अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस की डब्ल्यूआर-II/अपराध शाखा की टीम ने आज शुक्रवार को एक फरार अपराधी को गिरफ्तार किया है, गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम कृष्णा उर्फ गोपाल पुत्र गणेश निवासी अन्ना नगर, बंगाली अस्पताल के पास, आईटीओ, थाना आईपी एस्टेट, नई दिल्ली, उम्र 27 वर्ष है। आरोपित कृष्णा उर्फ गोपाल अन्ना कॉलोनी, आईटीओ, आईपी एस्टेट के कुख्यात ठक-ठक गिरोह का सदस्य है। वह केस एफआईआर संख्या 559/25 धारा 305(बी)/317(2)/ 319 (2)/336(3)/339/340(2)/3(5) बीएनएस, थाना रामगढ़ ताल जनपद, गोरखपुर, यूपी और केस एफआईआर संख्या 412/25, धारा 305(बी)/317(2) / 319 (2)/336(3)/339/340(2)/3(5) थाना शाहपुर, गोरखपुर, यूपी में वांछित था।
आरोपित कुख्यात दक्षिण भारतीय “ठक-ठक गिरोह” का सदस्य है, जो कार की खिड़कियां तोड़ने और लैपटॉप, नकदी और कीमती सामान चोरी करने के लिए जाना जाता है। इस गिरोह के दो सदस्यों को गोरखपुर पुलिस ने एक चोरी के लैपटॉप, नकदी, उनके वाहन पर लगी एक जाली “आयकर विभाग” प्लेट, सात चाबियों का गुच्छा, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, 13 डोंगल और अन्य सामान के साथ गिरफ्तार किया उनके पास अपराध में प्रयुक्त कार भी मिली – ऑरा हुंडई कार संख्या UP19U1556।आरोपित कृष्णा उर्फ गोपाल अपने दो साथियों, जो पंजाब के निवासी हैं, के साथ मौके से भाग गया। वह गिरफ्तारी से बचने और कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए छिपा हुआ था और बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। यह जानकारी टीम के साथ साझा की गई और गुप्त मुखबिरों को तैनात किया गया और तकनीकी निगरानी शुरू की गई। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। सूचना मिली थी कि वह किसी से मिलने अन्ना कॉलोनी आएगा। एक सफल योजनाबद्ध छापेमारी के बाद आरोपित को अन्ना नगर, आईटीओ नई दिल्ली इलाके से हिरासत में लिया गया।
________________________________________घटना के संक्षिप्त तथ्य:
पहली घटना का विवरण: 30.08.2025 को, शिकायतकर्ता अरविंद कुमार, ग्राम पंचायत अधिकारी, पाली सहजनवा, गोरखपुर के थाना रामगढ़ ताल में रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 29.08.2025 को उन्होंने सामान खरीदने के लिए अपनी कार संख्या UP52CH0266 जायसवाल मेडिकल स्टोर, ट्रांसपोर्ट नगर रोड के पास खड़ी की थी। इस दौरान, अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी कार की पिछली सीट का तोड़ा और उनका लेनोवो लैपटॉप बैग चुरा लिया जिसमें लैपटॉप, आधिकारिक रिकॉर्ड, ग्राम पंचायतों के डोंगल, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, चार्जर, अलमारी की चाबियाँ, पेन ड्राइव आदि थे। एक लिखित शिकायत दर्ज की गई और केस एफआईआर संख्या 559/2025 धारा 305 (बी) बीएनएस पंजीकृत किया गया।
दूसरी घटना का विवरण: उसी दिन 30.08.2025 को, शिकायतकर्ता विवेकानंद शुक्ला निवासी गंगा नगर पीएस शाहपुर, यूपी ने रिपोर्ट की कि उन्होंने अपनी कार नंबर UP55AN 9690 शक्ति-नगर मार्केट में खड़ी की थी। कार की पिछली सीट पर दो लैपटॉप बैग में थे और शिकायतकर्ता के बैग में लैपटॉप के साथ 25,000/- रुपये थे। पीछे की तरफ की कांच की खिड़की तोड़ दी गई थी और बैग अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ले जाया गया था। सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद स्थानीय पुलिस ने अपराध स्थल के पास से मूल निवासी ग्राम हरदिया, थाना बरहरिया, जिला सिवान (बिहार), उम्र लगभग 37 वर्ष और संजू पुत्र मल्ला, निवासी आईटीओ अन्ना नगर, थाना आईपी राज्य, नई दिल्ली; मूल निवासी ग्राम मैसूर, जिला उनसूर (कर्नाटक), उम्र लगभग 37 वर्ष को गिरफ्तार किया, जबकि आरोपी रोहित पुत्र अलीमुत्तु, निवासी रेलवे स्टेशन के पास, भटिंडा (पंजाब), उम्र लगभग 33 वर्ष, कबीर पुत्र वेंकटेश, निवासी रेलवे स्टेशन के पास, भटिंडा (पंजाब), उम्र लगभग 20 वर्ष और कृष्णा उर्फ गोपाल पुत्र गणेश, निवासी अन्ना नगर, आईटीओ, बंगाली अस्पताल के पास, थाना आईपी राज्य, नई दिल्ली, उम्र लगभग 27 वर्ष गोरखपुर से भाग गए। ________________________________________कार्यप्रणाली:
आरोपितों ने खुलासा किया कि वे दिल्ली के मदनगिरी और आईटीओ इलाकों में रहने वाले एक संगठित गिरोह हैं। मूल रूप से दक्षिण भारत के रहने वाले ये लोग लंबे समय से दिल्ली में रह रहे हैं। ये देश के विभिन्न शहरों में घूम कर कारों से बैग चुराते हैं।
इनकी कार्यप्रणाली इस प्रकार है:
1. अगर कार खड़ी हो और कोई देख न रहा हो, तो शीशे तोड़ देते हैं।
2. अगर ड्राइवर अंदर हो, तो ये उसे यह कहकर धोखा देते हैं कि बोनट से धुआं निकल रहा है या तेल लीक हो रहा है; कभी-कभी ये जानबूझकर बोनट पर तेल गिरा देते हैं। जैसे ही ड्राइवर जाँच करने के लिए बाहर निकलता है, ये कार से बैग या कीमती सामान छीन लेते हैं।ये अपने घर से दूर कई शहरों में इसी तरह की चोरियाँ कर चुके हैं ताकि स्थानीय लोग इन्हें पहचान न सकें और कानूनी कार्रवाई से बच सकें। आरोपितों ने कई चोरियाँ करने की बात कबूल की है और यह पहली बार है जब उन्हें पकड़ा गया है।________________________________________सूचना, टीम और कार्रवाई:
दिनांक 10/09/2025 को, प्रधान सिपाही पवन और प्रधान सिपाही अशोक को एक गुप्त सूचना मिली कि एक भगोड़ा अपराधी, जिसका नाम कृष्णा उर्फ गोपाल है, जो कई मामलों में वांछित है, किसी से मिलने के लिए अन्ना कॉलोनी, आईटीओ, दिल्ली में आएगा। निरीक्षक पवन लाकड़ा के पर्यवेक्षण और राजपाल डबास, सहायक आयुक्त पुलिस/डब्ल्यूआर-II के समग्र मार्गदर्शन में, हर्ष इंदौरा, भा.पु.से., उपायुक्त पुलिस/अपराध शाखा द्वारा अपराधी को पकड़ने के लिए उप निरीक्षक अनुज छिकारा, उप निरीक्षक रविंद्र, उप निरीक्षक कुलदीप, सहायक उप निरीक्षक श्री ओम, प्रधान सिपाही रविंदर सिंह, प्रधान सिपाही अशोक, प्रधान सिपाही प्रमोद, प्रधान सिपाही पवन, प्रधान सिपाही पवन, महिला प्रधान सिपाही वर्षा, महिला सिपाही काजल और सिपाही मनोज की एक टीम गठित की गई। टीम के सदस्य प्रधान सिपाही रविंद्र ने तकनीकी निगरानी शुरू की और आरोपी की लोकेशन का पता लगाया। तदनुसार, 10.09.25 को टीम द्वारा अन्ना कॉलोनी के पास जाल बिछाया गया और एक सफल योजनाबद्ध छापेमारी में आरोपी को पकड़ लिया गया।
________________________________________मामला निपटाया गया:
1. केस एफआईआर संख्या 559/25 धारा 305(बी)/317(2)/319(2)/336(3)/339/340(2)/3(5) बीएनएस थाना रामगढ़ ताल जनपद,गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
2. केस एफआईआर संख्या 412/25 धारा 303(2)/3(5) थाना शाहपुर, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
________________________________________आरोपित से पूछताछ और उसका प्रोफाइल:
आरोपी कृष्णा उर्फ गोपाल का जन्म वर्ष 1997 में अन्ना कॉलोनी आईटीओ, दिल्ली में हुआ था। उसने 9वीं कक्षा तक सरकारी स्कूल बंगाली कॉलोनी, दिल्ली से पढ़ाई की है। इसके बाद, उसने पढ़ाई छोड़ दी और असामाजिक तत्वों की संगत में पड़ गया। उसके पिता रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उसके चाचा (मामा) संजू उसी कॉलोनी में रहते थे। इस दौरान वह अपने चाचा संजू (ठक-ठक गैंग का सदस्य) के संपर्क में आया और ठक-ठक गैंग का सदस्य बन गया।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments