अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस ने अयोध्या में शराब की बिक्री और महाकुंभ में हुई मौतों के सही आंकड़े छिपाने को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या की पवित्रता को भंग कर उसे मदिरामय बना दिया है। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में हुई पत्रकार वार्ता में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने एक वीडियो दिखाते हुए कहा कि 01 मई, 2025 को अयोध्या नगर निगम की कार्य समिति ने 13 किलोमीटर के मार्ग पर शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया था। इसके बावजूद भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में साहबगंज, अंगूरी बाग, विकासगंज के अलावा अयोध्या कैंट के बस स्टेशन के पास शराब की दुकानें संचालित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शराब से पैसे कमा रही है और उसने अयोध्या को मदिरामय बना कर श्रद्धा का अपमान किया है।। राय ने इसे हिंदुत्व की बात करने वाली सरकार द्वारा अयोध्यावासियों के माथे पर लगाया गया एक कलंक बताया।
दूसरा वीडियो दिखाते हुए अजय राय ने महाकुंभ में हुई भगदड़ में मौतों के सरकारी आंकड़ों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार के मुताबिक 29 जनवरी को हुई घटना में 37 लोगों की मौत हुई थी, जबकि एक प्रमुख समाचार समूह की रिपोर्ट के अनुसार, वहां 82 लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने 36 लोगों को 25-25 लाख रुपये और 26 लोगों को पांच-पांच लाख रुपये दिए, लेकिन ये भुगतान राजस्व अधिकारियों के बजाय पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए, जो कि गलत है। राय ने सवाल किया कि पुलिस कैसे गई, पुलिस किसके कहने से गई थी और किस तरीके से जाकर पुलिस ने लोगों को पैसे दिए और उनसे अंगूठे लगवाए, दस्तखत करवाए। ये एक बड़ा प्रश्न है कि सरकार ने किस तरीके से पुलिस को वहां पर भेजा? उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारी गांवों में पहुंचे और परिवारों से झूठे पत्रों पर हस्ताक्षर कराए गए कि उनके परिजनों की मौत अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण हुई थी। अजय राय ने आगे कहा कि महाकुंभ भगदड़ में हुई 19 मौतों को सरकार ने पूरी तरह से नकार दिया है; न उनका कोई रिकॉर्ड है, न उन्हें कोई मुआवज़ा दिया गया और न ही कहीं उनका ज़िक्र किया गया, मानो वे सरकार की नजरों में कभी अस्तित्व में थे ही नहीं। इसके अलावा भाजपा के पूर्व महासचिव गोविंदाचार्य के छोटे भाई के.एन. वासुदेवाचार्य को बिना किसी क़ानूनी वारिस वाला घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि वासुदेवाचार्य का दाह संस्कार बनारस के हरिश्चंद्र घाट पर लावारिस की तरह किया गया। उन्होंने गाजीपुर के एक दरोगा अंजनी राय का भी जिक्र किया, जिनकी मौत का कारण सरकार ने हार्ट अटैक बता दिया था, जबकि उन्होंने भीड़ को बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवाई थी।अजय राय ने कहा कि योगी आदित्यनाथ गेरुआ वस्त्र पहनकर जनता से झूठ बोल रहे हैं और उनकी सरकार आम जनता को केवल ठगने का काम कर रही है।
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