अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
अहमदाबाद:सरदार पटेल स्मारक पर आयोजित विस्तारित कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरएसएस-भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं रहा, वे आज 140 वर्षों के संघर्ष और सेवा के इतिहास वाली कांग्रेस पार्टी के खिलाफ सुनियोजित तरीके से वातावरण बना रहे हैं। कांग्रेस और उसके नेताओं की छवि धूमिल करने का प्रयास हो रहा है।
मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद स्थित सरदार पटेल स्मारक पर आयोजित विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में अपने शुरुआती वक्तव्य में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि इस वर्ष महात्मा गांधी जी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की 100वीं वर्षगांठ और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। गुजरात की धरती के तीन महान सपूत दादाभाई नौरोजी, महात्मा गांधी और सरदार पटेल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे। उन्होंने दुनियाभर में कांग्रेस का नाम रोशन किया।
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में सांप्रदायिक विभाजन करके बुनियादी मसलों से ध्यान भटकाया जा रहा है। कुछ चुनिंदा धनाढ्य देश के संसाधनों पर कब्जा करते हुए शासन को नियंत्रित करने की राह पर हैं।खरगे ने कहा कि पिछले कई सालों से कई राष्ट्रीय नायकों को लेकर एक सोचा समझा षड्यंत्र चलाया जा रहा है। उन्होंने सरदार पटेल और पंडित नेहरू के बीच पारस्परिक संबंधों को लेकर भ्रम फैलाने के लिए भी भाजपा-आरएसएस पर हमला बोला। ऐतिहासिक दस्तावेजों और सरदार पटेल के भाषणों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच आपसी सम्मान था और मधुर संबंध थे। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की विचारधारा आरएसएस के मूल विचारों के विपरीत थी। सरदार पटेल ने स्वयं आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बावजूद आज भाजपा-आरएसएस के लोग पटेल की विरासत पर दावा करते हैं, जो हास्यास्पद है। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर को संविधान सभा का सदस्य बनाने में गांधी और पटेल की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर ने खुद संविधान सभा के अपने अंतिम भाषण में कहा था कि कांग्रेस पार्टी के सहयोग के बिना संविधान नहीं बन सकता था। उन्होंने आगे कहा कि जब संविधान बना तो आरएसएस ने गांधी जी, पंडित नेहरू, डा अंबेडकर और कांग्रेस की कड़ी आलोचना की थी। रामलीला मैदान में संविधान और इन नेताओं के पुतले जलाए गए थे। खरगे ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने संसद परिसर में गांधी जी और बाबा साहेब की भव्य मूर्ति को प्रमुख स्थान से एक कोने में रखकर उनका अपमान किया। गृह मंत्री ने राज्यसभा में बाबा साहेब का मजाक उड़ाया। भाजपा-आरएसएस गांधी जी से जुड़े संस्थानों पर कब्जा कर उन्हीं के वैचारिक विरोधियों को सौंप रहे हैं। संबोधन के अंत में कांग्रेस अध्यक्ष ने सरदार पटेल के उस प्रेरणादायी कथन को उद्धृत किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि संगठन के बिना संख्या बल व्यर्थ है। खरगे ने कहा कि कांग्रेस को अपने 140 साल के इतिहास में जिन प्रांतों से सबसे अधिक शक्ति मिली, उसमें गुजरात अव्वल है। आज कांग्रेस फिर से यहां प्रेरणा और शक्ति लेने आई है। कांग्रेस की असली शक्ति देश की एकता, अखंडता और सामाजिक न्याय की विचारधारा है।आज उस विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि हम सबसे पहले खुद को मजबूत करें, अपने संगठन को मजबूत करें।