अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज एक विशेष प्रेस वार्ता में आप सबको बुलाया है, गंभीर है। जो खतरा इस देश पर अब मंडरा रहा है, मुझे लगता है हम सबको, हम सबकी रात की नींद हराम होनी चाहिए। मुँह में राष्ट्रवाद, बगल में छुरी।उदयपुर में हुई वीभत्स घटना के संदर्भ में कल एक मीडिया ग्रुप ने एक बहुत ही सनसनीखेज खुलासा किया। जब वो खुलासा हुआ, उसके बाद हम लोगों ने भी कुछ रिसर्च की। इस खुलासे में उदयपुर में जो कन्हैया लाल की जो जघन्य हत्या हुई थी, उसका मुख्य आरोपी रियाज अटारी, उसके संबंध भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ, उन संबंधों का ये खुलासा कल टीवी पर हम सबने देखा और फिर सोशल मीडिया पर उस पर काफी चर्चा भी हुई और उसके बाद हमने रिसर्च की और नए तथ्य सामने आए।रियाज अटारी, राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता, पूर्व गृहमंत्री राज्य के गुलाब चंद कटारिया के अनेक कार्यक्रमों में शामिल होते थे, वो तस्वीरें आप सबके सामने आपको दी जाएंगी।
फिर जब हमने रिसर्च की,क्योंकि कार्यक्रम में तो बस इतना ही बताया गया था, तो जब रिसर्च की, तो फेसबुक पर भारतीय जनता पार्टी के माइनॉरिटी प्रकोष्ट के नेता, इरशाद चैन वाला, 30 नवंबर, 2018, आज से चार साल पहले फेसबुक पोस्ट पर वो और एक और नेता हैं, मोहम्मद ताहिर, जो अब लापता हैं, जिनका मोबाइल भी बंद है, जबसे ये हत्याकांड हुआ, तबसे वो लापता हैं, तो इरशाद चैनवाला और मोहम्मद ताहिर। मोहम्मद ताहिर के 3 फरवरी, 2018,27 अक्टूबर, 2019 और 10 अगस्त, 2021, 28 नवंबर, 2019 के पोस्ट हम लोगों ने स्टडी किए और उसका अध्ययन किया।अब अटारी जो है, रियाज अटारी, उमरा करके वहाँ से कुछ पोस्ट डालता है, फोटो डालता है और उसमें बड़े स्पष्ट तौर से यह भारतीय जनता पार्टी के नेता, मैं पढ़कर बताता हूं कि उन्होंने क्या पोस्ट डाला – ‘ये हमारी बीजेपी कार्यकर्ता, उदयपुर, राजस्थान के रियाज अटारी भाईजान ने हमारे वतन हिंदुस्तान में अमन ओ अमन के लिए दुआएं कर अल्लाह हमारे हिंद को सलामत रखे, आमीन।ये पोस्ट डाली है, मोहम्मद ताहिर ने, भाजपा के कार्यकर्ता हैं। मोहम्मद ताहिर कह रहे हैं,
रियाज अटारी के लिए ये हमारे उदयपुर भाजपा के कार्यकर्ता रियाज अटारी उमरा करने गए और देश में अमन ओ अमन की दुआ मांगी। इससे ज्यादा स्पष्ट क्या हो सकता है।भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता रियाज अटारी, गुलाब चंद कटारिया, पूर्व राज्य गृहमंत्री के कार्यक्रमों में लगातार शामिल होता है। भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता अपनी फेसबुक पोस्ट में रियाज भाई, हमारे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता रियाज भाई कहकर संबोधित करते हैं। ये चल क्या रहा है इस देश में? माजरा क्या है ये?पुलवामा में सवाल उठे थे कि साढ़े तीन सौ किलो आरडीएक्स कैसे पहुंचा, डीएसपी देवेंद्र सिंह का नाम हम सब जानते हैं, उसको चुपचाप से नौकरी से बाहर कर दिया, नो इंक्वायरी कि राष्ट्रहित में नहीं है इसके खिलाफ इंक्वायरी करना, आपको याद है? ये क्या हो रहा है इस देश में, कौन करवा रहा है ये सब?एक के बाद एक दुर्घटनाएं होती हैं, एक के बाद एक हमले होते हैं और सवाल ज्यों के त्यों, कोई जवाब नहीं, कोई उत्तर नहीं, प्रधानमंत्री चुप, गृहमंत्री चुप। इन तस्वीरों के बाद और ये बड़े महत्वपूर्ण तथ्य हम सबके सामने आए हैं। आप सोचिए अगर ये सिर्फ तस्वीर होती, तो हम सोचते कि किसी सामाजिक कार्यक्रम की तस्वीरें होंगी, होती हैं राजनीतिक दलों, नेताओं की। लेकिन ये फेसबुक पोस्ट स्पष्ट करती है कि रियाज अटारी, कन्हैया लाल का हत्यारा, आतंकी रियाज अटारी भारतीय जनता पार्टी का सदस्य, सक्रिय सदस्य है।आज सूर्यास्त तक हम उम्मीद करते हैं कि ये तथाकथित राष्ट्रवादी पार्टी इस बात का जवाब देगी, इस देश को जवाब का इंतजार है।कल सुप्रीम कोर्ट ने सर्वोच्च न्यायालय ने कुछ बहुत गंभीर टिप्पणियां की थी। आज इन तथ्यों के उजागर होने के पश्चात उन टिप्पणियों को फिर से देखना चाहिए और वो टिप्पणियां सिर्फ एक नूपुर शर्मा के खिलाफ नहीं थी। Who is Nupur Sharma? नुपुर शर्मा की सामाजिक पहचान भारतीय जनता पार्टी से बनी है। जब नुपुर शर्मा ने वो अल्फाज कहे, पैंगबर साहब के खिलाफ, तब वो भारतीय जनता पार्टी की अधिकृत प्रवक्ता थी, उसके दस दिन बाद तक नुपुर शर्मा भारतीय जनता पार्टी की अधिकृत प्रवक्ता थी, तो इसलिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय नुपुर शर्मा के लिए कुछ कहता है, तो वो टिप्पणियां भारतीय जनता पार्टी के लिए हैं।आखिर भारतीय जनता पार्टी, उसके नेता और उसके प्रवक्ता पूरे देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाने का प्रयास क्यों कर रहे हैं? ये हमारा पहला सवाल।हमारा दूसरा सवाल, क्या प्रधानमंत्री, मोदी और गृहमंत्री, अमित शाह अब भी भारतीय जनता पार्टी नेताओं द्वारा धार्मिक उन्माद को फैलाने की कोशिशों पर चुप रहेंगे? 8 साल में कब बोलते हैं ये लोग? पूरी दुनिया में जाकर, पूरी दुनियाभर की बातें करवा लो मोदी जी से, करते रहेंगे, घूमते रहेंगे, बोलते रहेंगे, विपक्ष को कोसेंगे विदेशों में जाकर और जो इनकी अपनी पार्टी के लोग माफ कीजिएगा, आतंकी घटनाओं में शामिल हैं। इस पर चुप रहेंगे। देश चुप नहीं रहने देगा अब आपको और अब आप नहीं बोलेंगे, तो देश बोलेगा।क्या भारतीय जनता पार्टी अपने प्रवक्ताओं और नेताओं के जरिए पूरे देश में आग लगाकर ध्रुवीकरण करके एक चुनावी फायदा उठाने की कोशिश कर रही है? अब तक हम ये सोचते थे कि साहब ये चुनाव जीतने के लिए हथकंडे अपनाते हैं, लेकिन ये हथकंडे नहीं हैं, ये आतंकी घटना है। देश को तोड़ रहे हैं। आपस में हमें लड़वा रहे हैं और इतने बड़े षडयंत्र में भारतीय जनता पार्टी का एक सक्रिय सदस्य सरेआम आरोपी है, सरेआम शामिल है।आपने सबने देखा कि ज्यों ही उदयपुर में ये हत्याकांड हुआ, केन्द्र ने एनआईए को ये जांच सौंपने की बात की। हमारे मुख्यमंत्री ने तुरंत इसका स्वागत किया। हम सबने इसको स्वीकार किया। लेकिन अब ये नए तथ्यों के उजागर होने के पश्चात सवाल उठता है और बड़ा गंभीर सवाल उठता है, ये हमारा आखिरी सवाल है-क्या भारतीय जनता पार्टी की केंद्र की सरकार ने इन्हीं कारणों से डरकर जल्दबाजी में एनआईए को ये केस सौंपने की निर्णय लिया? कारण क्या था? यह सवाल, एक-एक सवाल बहुत गंभीर है। क्योंकि इसमें देश की सुरक्षा, देश का एक रहना, अखंडता का सवाल आता है और मैंने आपको पुलवामा का उदाहरण जानबूझ कर दिया, आज तक जवाब नहीं मिला है। डीएसपी देवेंद्र सिंह का, आज तक, माफ कीजिएगा, मीडिया ने इतना पूछने की भी हिम्मत नहीं कि देवेंद्र सिंह के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? क्यों चुपचाप उसको नौकरी से बाहर कर दिया और क्यों उसके ऑर्डर में है कि देशहित में ये आवश्यक है कि इनके खिलाफ कोई इंक्वायरी ना हो? वो ऑर्डर भी मैं आपको अभी साझा करता हूं।
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