अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि प्रदेश सरकार हड़ताल पर गए चिकित्सकों की उचित मांगों के समाधान के लिए संवाद एवं चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने व्यापक जनहित में, हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज़ एसोसिएशन के सभी चिकित्सकों से अपील की है कि वे यथाशीघ्र अपनी ड्यूटी जॉइन करें तथा हड़ताल को तुरंत प्रभाव से वापस लें।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हड़ताल के दौरान अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं को रुकने नहीं दिया। काफी चिकित्सकों , जिनमें मेडिकल रिसर्च , नेशनल हेल्थ मिशन तथा आयुष चिकित्सकों ने मरीजों के ईलाज एवं चिकित्सा सेवाओं को जारी रखने में सहयोग किया है , इसके लिए उनका आभार जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने हड़ताल पर गए चिकित्सकों को वापस काम पर लौटने का अनुरोध किया है।

आरती सिंह राव ने कहा कि हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज़ एसोसिएशन के आह्वान पर की गई हड़ताल के दृष्टिगत, आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा से बचाने तथा राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले सभी रोगियों को भविष्य में निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थिति को राज्य सरकार ने अत्यंत गंभीरता से लिया है तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग, आयुष विभाग, आयुष्मान भारत, लेबर/ईएसआई विभाग, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आदि सहित विभिन्न हितधारकों के साथ अंतर विभागीय समन्वय बैठक आयोजित की गई है।राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में निरंतर एवं निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए इन हितधारक विभागों एवं संस्थानों के मानव संसाधन (विशेषज्ञ/चिकित्सक) को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में तैनात किया गया है।

लगभग 540 चिकित्सक DMER से, 500 चिकित्सक आयुष विभाग से, 75 चिकित्सक ईएसआई से, 300 चिकित्सक आयुष्मान भारत से संबद्ध निजी अस्पतालों से तथा 490 चिकित्सक NHM से विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।इसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य विभाग की सभी आवश्यक मूलभूत सेवाएं जैसे ओपीडी ,आईपीडी , इमरजेंसी, लेबर रूम, आईसीयू/एचडीयू, नवजात शिशु देखभाल इकाइयां, ऑपरेशन थिएटर, मेडिको लीगल सेवाएं, लैब सेवाएं, फार्मेसी सेवाएं तथा पोस्ट मॉर्टम सेवाएं राज्य के सभी जिलों में सुचारू रूप से संचालित रहीं। इन सेवाओं के सुचारू संचालन हेतु ड्यूटी रोस्टर निर्धारित कर दिए गए हैं।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सा सेवाओं को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। उनके लिए राज्य की जनता के हित सर्वोपरि हैं।
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