
अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: केंद्रीय विद्युत तथा आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने आज रविवार को गुरुग्राम के बंधवाड़ी स्थित द अर्थ सेवियर फाउंडेशन पहुँचकर वहां निवासरत वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों तथा समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े असहाय लोगों के साथ दीपावली का पर्व मनाया। उन्होंने मंदिर में सभी निवासियों के साथ पूजा-अर्चना की और उन्हें प्रसाद, मिठाई व उपहार वितरित किए। आश्रम प्रांगण में दीप प्रज्वलन कर उन्होंने कहा कि वास्तविक दीवाली तभी सार्थक होती है जब हम उन लोगों के जीवन में भी प्रकाश लाएँ, जो किसी न किसी कारणवश समाज की मुख्यधारा से दूर हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने आश्रम में रह रहे लोगों से आत्मीय संवाद किया और उनके स्वास्थ्य, देखभाल तथा आवश्यकताओं की जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि यहां रह रहे वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन और मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति समाज की जिम्मेदारी हैं। सरकार के साथ – साथ यह समाज का कर्तव्य भी है कि वे इन लोगों को स्नेह, सुरक्षा और सम्मान का जीवन दें। उन्होंने कहा कि मानवता की सबसे बड़ी पूजा सेवा है और दीपावली जैसे पर्व हमें यह संदेश देते हैं कि खुशियों को साझा करने से ही जीवन में सच्चा प्रकाश आता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समाज में हर व्यक्ति का यह नैतिक दायित्व है कि वह अपने माता-पिता और बुजुर्गों का आदर करे तथा उनके सुख-दुःख में सहभागी बने। हमारी भारतीय संस्कृति ‘मातृदेवो भव, पितृदेवो भव’ की भावना पर आधारित है, जो सेवा, त्याग और आदर की प्रेरणा देती है।

उन्होंने बताया कि केंद्र और हरियाणा सरकार वरिष्ठ नागरिकों तथा अन्य बेसहारा नागरिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं, जिनसे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और गरिमामय जीवन का अधिकार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि “प्रकाश केवल घरों में नहीं, बल्कि हृदयों में भी जलना चाहिए। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने द अर्थ सेवियर फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे मानवता-सेवा के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह संस्था समाज में करुणा , सेवा और संवेदनशीलता का प्रेरणादायक उदाहरण है। श्री मनोहर लाल ने आश्रम के सभी निवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि वृद्ध एवं दिव्यांगजन का आशीर्वाद समाज के लिए सबसे बड़ा प्रकाशपुंज है।

