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आज के भव्य रोड शो से स्पष्ट हो गया है कि पश्चिम बंगाल की जनता पीएम मोदी जी की विकास यात्रा के साथ चलना चाहती है-अमित शाह  

नई दिल्ली / अजीत सिन्हा 
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज बीरभूम, पश्चिम बंगाल में प्रेस वार्ता को संबोधित किया और विभिन्न विषयों पर तृणमूल कांग्रेस की पोल खोलते हुए ममता बनर्जी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला। उन्होंने पश्चिम बंगाल को‘सोनार बांग्ला बनाने के भारतीय जनता पार्टी सरकार के उद्देश्य को दोहराते हुए प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्धता प्रकट की। इससे पहले उन्होंने आज श्यामबती, पारुलडांगा (बीरभूम) में बाउल गायक परिवार के साथ दोपहर का भोजन किया और बोलपुर (बीरभूम) में हनुमान मंदिर, स्टेडियम रोड से बोलपुर सर्कल तक भव्य रोड शो किया। रोड शो में अपार भीड़ उमड़ी। पूरा बोलपुर ‘जय श्री राम' और ‘भारत माता की जय के नारों से गुंजायमान हो रहा था। जहां तक भी नजर जा रही थी, हर जगह भाजपा का झंडा ही झंडा और भगवा साफा पहने लोग ही लोग दिखाई दे रहे थे। शाह ने कहा कि डर के वातावरण में जहां कल रात हमारे कार्यक्रमों के सारे पर्दे और पोस्टर फाड़ दिए गए मगर फिर भी आज रोड शो में जो जन-सैलाब निकला,वह तृणमूल कांग्रेस की आँखें खोलने वाली होगी। शायद ही इतने छोटे जगह पर इस प्रकार का भव्य रोड शो हुआ होगा। इसलिए मैं यहां की जनता का भारतीय जनता पार्टी की ओर से हृदय पूर्वक धन्यवाद देना चाहता हूं।

पश्चिम बंगाल की जनता ने परिवर्तन का निश्चय ले लिया है

रोड शो में जनता को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि मैंने कई रोड शो किये हैं और देखे हैं,लेकिन आज के जैसा रोड शो मैंने पहले कभी नहीं देखा। आज स्पष्ट हो गया है कि पश्चिम बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है। प्रदेश की जनता तय कर चुकी है कि इस बार के विधान सभा चुनाव में वह राज्य की सेवा का अवसर भारतीय जनता पार्टी को देगी। ये रोड शो पश्चिम बंगाल की जनता का देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति अटूट विश्वास को दिखाता है। साथ ही, यह रोड शो, पश्चिम बंगाल की जनता का ममता दीदी के प्रति गुस्से का भी प्रतीक है। ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम के उद्घोष के बीच उन्होंने कहा कि बंगाल में लोगों ने ‘पोरिबर्तन’ (बदलाव) का फैसला कर लिया है लेकिन ये बदलाव सिर्फ व्यक्ति का बदलाव नहीं बल्कि प्रदेश के विकास के लिए है। इस बार के पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में ‘भतीजे’ की दादागिरी को खत्म करने के लिए बदलाव होगा, घुसपैठियों को हटाने और घुसपैठ को रोकने के लिए बदलाव होगा। ये चुनाव टोलबाजी के खिलाफ बदलाव होगा, टोलबाजी बंद करने का
बदलाव होगा। यह परिवर्तन हिंसा को समाप्त करने के लिए है। उन्होंने रोड शो में उमड़े विशाल जन-समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आपने कांग्रेस को मौक़ा दिया, कम्युनिस्टों को मौक़ा दिया और तृणमूल कांग्रेस को भी बहुत समय दिया। आप सेवा का एक अवसर भारतीय जनता पार्टी को भी दीजिये, हम पांच वर्षों में पश्चिम बंगाल को ‘सोनार बांग्ला बना कर रहेंगे। हम पश्चिम बंगाल को देश के महान सपूतों नेताजी सुभाष चन्द्र बोस और गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर के सपनों का बंगाल बनायेंगे। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक रोड शो में में उपस्थित भाइयों और बहनों को मैं प्रणाम करता हूं और भाजपा की तरफ से आप सभी का आभार भी व्यक्त करता हूं।

लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कुछ दिनों पहले हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी के पश्चिम बंगाल के प्रवास के वक्त तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जिस प्रकार से उन पर हमला किया था, भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है और व्यक्तिगत रूप से मैं भी इसकी कड़ी निंदा करता हूँ। भारतीय जनता पार्टी के हम सभी कार्यकर्ता मानते हैं कि लोकतंत्र में सब को अपनी आवाज उठाने का हक़ होना चाहिए,सबको जनता तक अपनी आवाज पहुंचाने का हक़ होना चाहिए। जो शासन में होते हैं, उनकी यह जिम्मेवारी होती है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी राजनीतिक दल अपनी बात को जनता तक पहुंचा पाए। मैं मानता हूँ कि भारत के सबसे बड़े राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हमला केवल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पर हमला नहीं है, बल्कि यह पश्चिम बंगाल की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी तृणमूल कांग्रेस सरकार की है, उसके कार्यकर्ताओं की है। सत्ता का नशा जब सर पर चढ़ जाता है,तब इसी प्रकार की घटनाएं आकार लेती हैं। मैं इस प्रेसवार्ता के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस को बताना चाहता हूँ कि आप किसी ग़लतफ़हमी में मत रहिये कि इस प्रकार के हमले से भारतीय जनता पार्टी की गति रुकेगी, पार्टी के कार्यकर्ता रुकेंगे और भाजपा अपने कदम पीछे हटा लेगी। तृणमूल कांग्रेस जितना हिंसा का वातावरण बनाएगी, भारतीय जनता पार्टी उतनी ही अधिक मजबूती से पश्चिम बंगाल में आगे बढ़ने के लिए परिश्रम करेगी। हिंसा का जवाब हिंसा नहीं हो सकता लेकिन भारतीय जनता पार्टी के
कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि तृणमूल कांग्रेस की हिंसा का जवाब हम लोकतांत्रिक तरीकों से देंगे और आने वाले विधान सभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को परास्त कर के दिखाएँगे। मेरे लिए चिंता का विषय यह भी है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी पर हमला होने के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री की ओर से जो प्रतिक्रिया आनी चाहिए थी, वह नहीं आई और साथ ही तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के बयान भी हमले को समर्थन देते हुए दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में 300 से ज्यादा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या कर दी गई है और उसकी जांच में अब तक तनिक भी प्रगति कहीं पर भी दिखाई नहीं पड़ा।

पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार भी चरम सीमा पर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोरोना काल खंड में पश्चिम बंगाल के गरीबों के लिए 8 महीने तक जो मुफ्त राशन भेजा, उसकी पूरी की पूरी बोरियां गायब कर दी गई,गरीब भूखा ही रह गया। इसकी जिम्मेदारी किसकी है? क्यों हाई कोर्ट को इस मामले में दखल देकर सीएजी के स्पेशल ऑडिट के लिए आर्डर करना पड़ता है? तृणमूल कांग्रेस सरकार को सीएजी ऑडिट से डर क्यों है जो उसे इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ता है? अगर चोरी नहीं हुई है तो कहना चाहिए कि हम सीएजी ऑडिट के आर्डर का स्वागत करते हैं। लेकिन , इससे भागा इसलिए जा रहा है क्योंकि भ्रष्टाचार हुआ है लेकिन अपनों ने भ्रष्टाचार किया है तो तृणमूल कांग्रेस के पास न तो इस पर बोलने के लिए कुछ है और न ही अपनों को पकड़ने की ही हिम्मत है। तूफान की राहत का जो पैसा भारत सरकार राज्य को भेजती है, उसमें भी पश्चिम बंगाल के सत्ताधारी दल ने अपने कार्यकर्ताओं का उपयोग कर भ्रष्टाचार किया।

पश्चिम बंगाल की बदहाली की जिम्मेवारी किसकी?

● जब भारत आजाद हुआ, उस वक्त देश की जीडीपी का एक तिहाई हिस्सा पश्चिम बंगाल का हुआ करता था और आज वह घटकर एकदम नीचे चली गई है। लगभग तीन दशक के कम्युनिस्ट शासन और एक दशक के तृणमूल कांग्रेस के शासन में यह ग्राफ गिरता ही चला गया। इसकी जिम्मेवारी किस की है?
● आजादी के वक्त इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में पश्चिम बंगाल का योगदान 30% था जो आज घट कर 3.5 पर्सेंट रह गया है। मैं पूछना चाहता हूं ममता दीदी और कम्युनिस्ट पार्टी से कि इसका जिम्मेदार कौन है? रोजगार में 1960 में पश्चिम बंगाल का सेटिस्फेक्शन रेशियो पहले 27% था, वह 4% पर आ गया है। इस गिरावट का जिम्मेदार कौन है?
● 1960 में पश्चिम बंगाल में प्रति व्यक्ति आय महाराष्ट्र के प्रति व्यक्ति आय से 105% अधिक थी अर्थात्म हाराष्ट्र के प्रति व्यक्ति आय का लगभग दोगुना थी लेकिन आज पश्चिम बंगाल में प्रति व्यक्ति आय महाराष्ट्र की आधी भी नहीं रह गई है। 2018-19 में देश के 32 राज्यों की प्रति व्यक्ति आय की सूची में करेंट मूल्यों के आधार पर पश्चिम बंगाल 22वें स्थान पर रहा जबकि स्थिर मूल्यों के आधार पर 24वें स्थान पर रहा। कौन जिम्मेवार है इसका?
● एक समय था, जब पश्चिम बंगाल में बंदरगाहों पर आवाजाही लगभग 42% हुआ करती थी जो आज घट कर केवल 10% रह गया है, आखिर कौन जिम्मेदार है इसका?
● 50 के दशक में देश की फार्मा इंडस्ट्री में लगभग 70% फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट का उत्पादन पश्चिम बंगाल में होता था जो आज गिरकर मात्र 7% रह गया है, कौन जिम्मेदार है?
● पश्चिम बंगाल में जूट उद्योग किसानों, मजदूरों और उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण हुआ करता था लेकिन आज अधिकाँश जूट मिलें बंद है। आखिर यह किसकी जिम्मेदारी है?
● भारत के सकल घरेलू उत्पादन में 2011-12 में पश्चिम बंगाल 6.03 पर पहुँच गया। उद्योग क्षेत्र में वृद्धि के संदर्भ में पश्चिम बंगाल 32 राज्यों की सूची में 20वें स्थान पर है। सेवा के क्षेत्र में वृद्धि के मामले में यह केवल 5.8% पर है और राज्यों की सूची में 28वें स्थान पर है।
● राज्य के स्वयं के राजस्व की वृद्धि में पश्चिम बंगाल 2011-12 और 2019-20 के मध्य 31 राज्यों की सूची में 16वें स्थान पर रहा।
● एक आंकड़े के अनुसार, पश्चिम बंगाल में जो भी बच्चा जन्म लेता है, वह 50 हजार रुपये के कर्ज के साथ जन्म लेता है। अन्य राज्यों में कर्ज ज्यादा भी हो सकता है लेकिन अन्य राज्यों में विकास भी हुआ है जो पश्चिम बंगाल में कहीं दिखाई नहीं देता। यहाँ सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क, पता नहीं चलता।
● प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में बंगाल की हिस्सेदारी 2011 में भी 1% थी, आज 2020 में भी 1% ही है।

● प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मामले में पश्चिम बंगाल में 58% कमी है जबकि कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में 36% की कमी है। प्रति हजार लोगों पर उपलब्ध बेड की संख्या के आधार पर भी पश्चिम बंगाल की स्थिति काफी निराशाजनक है, यह 23 वें स्थान पर है। आखिर यह किसकी जिम्मेवारी है?
● प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों के लिए लगभग 39% स्थान खाली है। स्पेशियलिटी और सर्जन के लिए
लगभग 87% स्थान खाली है।
● शहरी विकास के लिए केंद्र सरकार ने जो ग्रांट भेजी है, वह भी पश्चिम बंगाल में खर्च नहीं हो पाया।
● शिक्षा के क्षेत्र में पश्चिम बंगाल में 90% प्राथमिक स्कूलों में डेस्क नहीं है डेस्क नहीं है। लगभग 30% से ज्यादा स्कूलों में पर्याप्त क्लासरूम नहीं है। 10% स्कूलों में बिजली कनेक्शन ही नहीं है और 56% स्कूलों में शौचालय नहीं है। प्रति एक लाख की जनसंख्या पर केवल 13 कॉलेज हैं। इस क्षेत्र में पश्चिम बंगाल 32 राज्यों की सूची में 28वें स्थान पर है। शाह ने कहा कि विकास के किसी भी मानदंड में पश्चिम बंगाल प्रथम स्थान पर नहीं है, तृण मूल कांग्रेस की सरकार में पश्चिम बंगाल केवल और केवल टोलबाजी, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, हिंसा करने, बम धमाकों और कार्यकर्ताओं की हत्या करने में पहले स्थान पर है। क्या कारण है कि देश की आजादी के समय जो पश्चिम बंगाल विकास के कई क्षेत्रों में पहले स्थान पर काबिज हुआ करता था, वह आज कहीं भी दिखाई नहीं देता,हर पैमाने पर पश्चिम बंगाल 20 से नीचे ही है। उन्होंने कहा कि मेरी प्रेस वार्ता के बाद तृणमूल के नेता आंकड़ों पर सवाल उठाएंगे लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूँ कि आप जगह तय कीजिये, हमारा कोई भी कार्यकर्ता आपसे बहस करने को तैयार है और वह आपको बताएगा कि आंकड़े कहाँ से आये हैं!

तृणमूल कांग्रेस सरकार कर रही है किसानों के साथ अन्याय

ममता सरकार पर हमला जारी रखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के लगभग 10 करोड़ किसानों को विगत डेढ़ वर्षों में ₹95,000 करोड़ की सीधी आर्थिक सहायता दी है लेकिन ममता दीदी ने राज्य के किसानों की सूची ही अब तक केंद्र को नहीं सौंपी। मैं बार- बार इस विषय को इसलिए उठा रहा हूँ कि चुनाव के पहले कम से कम ममता दीदी, गरीब किसानों का पैसा तो दे दीजिये। पश्चिम बंगाल से लगभग 23 लाख किसानों ने किसान सम्मान निधि के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है,आपको बस इसे सर्टिफाई करना है ममता दीदी। आप किसान आंदोलन का समर्थन कर रही हैं लेकिन आपके ही राज्य में किसानों को सालाना ₹6000 की सहायता राशि नहीं मिल रही। आप अपने भतीजे के जन्मदिन की बधाई समझ कर हस्ताक्षर कर दीजिए, बहुत सारे किसानों का कल्याण हो जाएगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी 2018-19 तक थोड़ा-बहुत ठीक चल रहा था लेकिन चुनाव आ

रहा है तो पश्चिम बंगाल के किसानों को इसका भी फायदा मिलना लगभग लगभग बंद हो गया है। ममता दीदी को डर है कि यदि किसानों को लाभ मिला तो नरेन्द्र मोदी जी पहले से भी अधिक लोकप्रिय हो जायेंगे। शाह ने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में भी पश्चिम बंगाल केवल 55% पर सिमटा हुआ है। किसानों की मासिक औसत आय के मामले में नाबार्ड का जो 2016 – 17 का सर्वे उपलब्ध है, उस हिसाब से 29 राज्यों में पश्चिम बंगाल 24वें स्थान पर है। चूंकि ममता दीदी और तृणमूल सरकार लगातार दावे करती रहती है कि उनकी सरकार में सब कुछ अच्छा है, इसलिए मुझे ये सब बताना पड़ रहा है। देश के सभी गरीबों को प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत सालाना पांच लाख रुपये तक के मुफ्त स्वास्थ्य खर्च का लाभ मिल रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल में ममता दीदी इस योजना को लागू नहीं होने दे रही क्योंकि इस योजना से केंद्र सरकार का नाम जुड़ा हुआ है। ममता दीदी, संघीय ढांचे के सम्मान का यह तरीका है क्या? क्या इसके कारण आप अपने ही राज्य के गरीबों के साथ अन्याय करेंगी? चिंता मत कीजिये ममता दीदी, आपका शासन विधान सभा चुनाव के साथ ही समाप्त होने वाला है क्योंकि आपकी सरकार जाने वाली है,भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने वाली है। मां, माटी, मानुष का नारा लेकर जो लोग निकले थे, आज वह तुष्टीकरण, तानाशाही और टोलबाजी में अटक कर रह गया है। दूर-दूर तक माँ, माटी, मानुष का नारा दिखाई नहीं दे रहा।

तृणमूल कांग्रेस ने सेट किये तीन खतरनाक ट्रेंड

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस एक फैमिली पार्टी बनकर रह गई है। पश्चिम बंगाल की 10 करोड़ जनता की चिंता करने के बजाय वह अपने भतीजे को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का सपना देख रही हैं। भतीजे को मुख्यमंत्री बना देने से पश्चिम बंगाल का उत्थान हो जाएगा, इस सिद्धांत पर जब एक राज्य की मुखिया चलती है, तो इसी प्रकार के परिणाम आते हैं। तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने भारत की राजनीति में पश्चिम बंगाल में तीन खतरनाक ट्रेंड सेट किए हैं – प्रशासन का संपूर्ण राजनीति कर दिया गया है, राजनीति का संपूर्ण अपराधीकरण कर दिया गया है और भ्रष्टाचार को संस्थानिक (इंस्टीट्यूशनलाइज) कर दिया गया है। यह तीनों लोकतंत्र के लिए और जनता के लिए बहुत ही खतरनाक है। अतः मैं भारतीय जनता पार्टी की ओर से पश्चिम बंगाल की जनता से करबद्ध निवेदन करता हूं कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता राज्य में परिवर्तन का अभियान लेकर चले हैं, ‘और नोई अन्याय’ का अभियान लेकर चले हैं,आप कृपया इनके साथ जुड़िये और परिवर्तन करने में हमारी सहायता कीजिए। आप अपने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को अपना आशीर्वाद दीजिए और पश्चिम बंगाल को ‘सोनार बांग्ला बनाने के अभियान को सफल बनाइये। शाह ने कहा कि मैं तृणमूल कांग्रेस से अपेक्षा करता हूँ कि वह मेरे द्वारा उठाये गए मुद्दों पर पश्चिम बंगाल की जनता को जवाब दे और मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास न करे। मैं पश्चिम बंगाल की जनता को भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि हमारे कार्यकर्ताओं पर कितने ही हमले क्यों न हों,हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी पर कितना भी बड़ा हमला क्यों न हो,हम पश्चिम बंगाल के भले के लिए शुरू किये गए अभियान से एक इंच भी पीछे नहीं हटने वाले हैं, यह हमारा कमिटमेंट है। भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में एक अच्छा शासन देने का वादा राज्य की जनता से करती है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कल की विशाल रैली में तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी से बहुत सारे नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। सुवेंदु अधिकारी ने भी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। मैं सुवेंदु अधिकारी जी का हृदय से भाजपा में स्वागत करता हूँ। हमारा मानना है कि अन्याय के खिलाफ सार्वजनिक जीवन में राजनीतिक जीवन के जो भी अच्छे कार्यकर्ता आवाज उठाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को अपना प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं, उन सबकी भाजपा में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का विकल्प न तृणमूल कांग्रेस है, न कांग्रेस और न ही कम्युनिस्ट। यदि राज्य को आगे ले जाना है तो एक मात्र विकल्प है – भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाना। हमारा संकल्प है कि हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल को फिर से एक बार ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।

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