सवांददाता, चण्डीगढ़ : सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का निपटान करने में कोताही बरतने, गंभीरता न दिखाने और समय पर कार्यवाही न करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध आज फिर कड़ी कार्यवाही की गई।
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता की अध्यक्षता में सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों के निपटान के लिए आज यहां हरियाणा निवास में संबंधित नोडल अधिकारियों की आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान शिकायतों के निपटान में कोताही बरतने व गंभीरता न दिखाने के कारण एक अधिकारी को निलम्बित, एक अधिकारी को भविष्य में सचेत रहने की चेतावनी, दो के विरूद्ध एफआईआर, तीन के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही व कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के झज्जर में तैनात आयुर्वेदिक अधिकारी (एएमओ) जय भगवान हुडा को निलम्बित किया गया है। हारट्रोन के एक अधिकारी को भविष्य में सचेत रहने की चेतावनी दी गई।
इसके अतिरिक्त, उच्चत्तर शिक्षा विभाग में जाली जन्म प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने पर लैब अटैंडेंट राकेश कुमार के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाने, इस मामले में विभाग के सहायक बलवान सिंह, अधीक्षक व अन्य संलिप्त अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध कानूनी व अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के आदेश भी दिए।
श्री राकेश गुप्ता ने बैठक में निर्देश दिए कि विकास एवं पंचायत विभाग में गबन के संबंध में एफआईआर दर्ज करवाने में देरी करने पर अधिकारियों को फटकार लगाई और मामले में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।
शिकायतों के निपटान में ढिलाई बरतने के आरोप में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारी के विरूद्ध भी विभागीय कार्यवाही व कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए गए। एक अन्य मामले में श्री गुप्ता ने सिंचाई विभाग के कुरुक्षेत्र के नोडल अधिकारी को पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र के साथ बैठक करके सही रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिए।
बैठक में निर्देश दिए गए कि शिकायतों का निपटान करने में गंभीरता दिखाएं और 15 दिनों के भीतर निपटाने की कोशिश करें। मामलों की स्टेटस रिपोर्ट को यथाशीघ्र पोर्टल पर डालने के भी निर्देश दिए। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि किसी अधिकारी की शिकायत उसी अधिकारी को जांच के लिए नहीं दी जाएगी। ऐसे मामले को गंभीरता से लिया जाए। मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी श्री भूपेश्वर दयाल ने नोडल अधिकारियों को सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों को प्राथमिकता के आधार निपटाने के निर्देश देते हुए कहा कि सीएम के आदेश हैं कि इस मामले में ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कोई शिकायत है तो उसके खिलाफ जांच का जिम्मा उसके समकक्ष अधिकारी के बजाए किसी सीनियर अधिकारी को दी जाए। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों के प्रति तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए ताकि जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े।बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी नोडल अधिकारियों की आगामी बैठक 17 मार्च को आयोजित की जाएगी।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments