अरविन्द उत्तम रिपोर्ट
ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे नोएडा वासियों के लिए एक राहत भरी खबर यह है, कि नोएडा के सेक्टर- 21ए स्टेडियम में ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट चालू हो गया, जिसके बाद यहाँ कोविड केयर सेंटर के 50 बेड पर ऑटोमेटिक ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति शुरू हो गई है, वहीं ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में 21 हजार लीटर का नया प्लांट बन गया। जिसका शुभारंभ पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने किया है, इसके बाद के 27 हजार लीटर आक्सीजन की क्षमता हो गई है। यहां 200 ऑक्सीजन बेड और बढ़ाए जाएंगे।
नोएडा स्टेडियम के शूटिंग रेंज में संचालित नोएडा प्राधिकरण का कोविड केयर सेंटर को पूर्ण रूप से वातानुकूलित बनाया गया है। अस्पताल सहित प्लांट का अवलोकन करने के लिए नोएडा विधायक पंकज सिंह स्टेडियम पहुंचे और उन्होंने वहां पर पूरी व्यवस्था देखने के के बाद विधायक ने कहा कि इस प्लांट के प्रारम्भ होने से अब यहां पर ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं रहेगी। इस अवसर पर नोएडा की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि अडानी समूह के सीएसआर फंड व दिल्ली की संस्था डॉक्टर फॉर यू के सहयोग से अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। कोविड केयर सेंटर में 50 बेड कोरोना संक्रमितों के आक्सीजन यूक्त तैयार किए गए है। इस अस्पताल में 24 घंटे प्रत्येक बेड पर आक्सीजन की उपलब्धता रहेगी। नोएडा की सीईओ ने कहा जो पीएसए प्लांट चालू हुआ है। इसकी क्षमता 250 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन प्राप्त होगी। जो 50 बेड वाले कोविड केयर सेंटर के लिए पर्याप्त है। प्लांट में वायुमंडल से स्वयं आक्सीजन का उत्पादन किया जाता है। इस कोविड केयर सेंटर पूरी तरह से एल व व एलटू स्तर की सुविधा से सुसज्जित हो चुका है। भर्ती मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। कोविड केयर सेंटर में स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों,दवाइयां,आक्सीजन आपूर्ति,कोविड देख भाल ,भर्ती सेंटर, एम्बुलेंस, पीपीई किट, मास्क का उपयुक्त प्रबंध किया गया है। ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में 21 हजार लीटर का नया प्लांट बन गया। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने इसका शुभारंभ किया। यहां 27 हजार लीटर आक्सीजन की क्षमता हो गई है। यहां 200 ऑक्सीजन बेड और बढ़ाए जाएंगे। शारदा अस्पताल में पहले छह हजार लीटर का प्लांट चल रहा था। ऑक्सीजन की मांग बढ़ने पर जिला प्रशासन ने अतिरिक्त गैस उपलब्ध कराई। अस्पताल के चेयरमैन पीके गुप्ता ने कहा कि कम समय में प्लांट का निर्माण होना अपने आप में एक सुखद अनुभव है। अस्पताल के चेयरमैन पीके गुप्ता ने कहा कि यह कैप्सूल (गैस स्टोर करने वाला बड़ा सिलेंडर) आधुनिक है। इसके बाद 200 और ऑक्सीजन बेड बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही लोगों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
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