अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: किराना स्टोर के संचालक से हथियार के बल पर करीब 26 लाख की रकम से भरा बैग लूटने वाले बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खांडसा मंडी के सामने शिवाजी नगर में किराना स्टोर चलाने वाले कारोबारी से लूटपाट 9 फरवरी की रात करीब 9 बजे की गई थी। एक आरोपित को पुलिस ने तीन दिन पहले गिरफ्तार किया था। उससे हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने वारदात की साजिश रचने वाले दो सगे भाइयों व दो अन्य आरोपितों को सोमवार रात गिरफ्तार कर इनके कब्जे से दो कट्टा, कारतूस व वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद कर ली। चारों को पुलिस ने दो दिन की रिमांड पर लिया ताकि लूटी गई रकम बरामद की जा सके। पकड़े गए बदमाशों में से चार उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला के रहने वाले हैं। एक आरोपित बदायूं जिला का मूल निवासी है।
सेक्टर 10-ए के मकान नंबर 287 में रहने वाले प्रवीण गुप्ता ने खांडसा मंडी के सामने शिवाजी नगर में किराना स्टोर खोल रखा है। रोजाना की तरह 9 फरवरी की रात करीब 9 बजे वह स्कूटी से घर के लिए निकले। उनके पीछे उनका भतीजा प्रदीप अपनी बाइक तथा बड़े भाई रोहताश अपनी बाइक से चल रहे थे। घर से कुछ दूरी पर एक स्कूटी तथा दो बाइक से आए छह लड़कों ने उन्हें घेर लिया और स्कूटी में रखा रकम से भरा बैग छीनने का प्रयास किया। विरोध करने पर दो बदमाशों ने कट्टे के बट से उनके सिर में वार कर बैग लूट लिया था। पीड़ित ने वारदात की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस टीम बदमाशों के पीछे लगी। चार दिन पहले पुलिस ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला के मूल निवासी देवानंद को गिरफ्तार किया था।
खांडसा मंडी में सब्जी की दुकान लगाने वाले देवानंद ने कबूला था कि उसके साथ ही सब्जी का काम करने वाले मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला कासंगज के मोहल्ला मोहन गली कायस्थान निवासी अंकित सक्सेना ने अपने भाई संजीव के साथ मिल लूटपाट करने की योजना बनाई थी अंकित प्रवीण की दुकान में आता-जाता था। उसने भाई के साथ मिलकर रेकी कर यह जान लिया था कि प्रवीण रोजाना बैग में रकम लेकर घर जाते हैं। अंकित ने अपनी साजिश में अपने ही जिला के गांव अहरौली निवासी भीम तथा बदायूं जिला के गंज शहीद निवासी नाजिर को शामिल किया। दोनों फरीदाबाद में रहकर सब्जी बेचते थे। पांच-पांच लाख का किया बंटवारा: लूटपाट करने के बाद अंकित ने अपने भाई व अन्य सभी आरोपितों को पांच-पांच लाख की रकम दी थी। बाकी रकम खुद रख ली थी। सभी की योजना थी कि कुछ दिन तक गुरुग्राम में रहने के बाद वह ठिकाना बदल देंगे। उन्हें नहीं पता था कि पुलिस तकनीकी जांच के सहारे उनके पास तक पहुंच जाएगी। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने उत्तर प्रदेश में भी कई वारदातों को अंजाम दिया है। सभी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।